
भाजपा पर विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाने के मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम शुक्रवार शाम सीएम अरविंद केजरीवाल और शिक्षा मंत्री आतिशी के सरकारी आवास पर नोटिस देने पहुंची। आवास पर मौजूद अधिकारी नोटिस लेने के लिए तैयार थे, लेकिन पुलिस ने सीएम को ही नोटिस देने की बात कही। सूत्रों के मुताबिक, अफसरों से चर्चा के बाद भी केजरीवाल नोटिस लेने नहीं आए। इसके चलते पुलिस को बिना नोटिस दिए ही लौटना पड़ा।
वहीं, आतिशी के चंडीगढ़ में होने के कारण पुलिस उन्हें भी नोटिस नहीं दे पाई। शनिवार को फिर पुलिस नोटिस देने पहुंच सकती है। नोटिस में पुलिस ने दोनों से भाजपा पर लगाए गए आरोपों के साक्ष्य सहित अन्य जानकारी मांगी है। साथ ही जांच में शामिल होने के लिए कहा है। केजरीवाल व आतिशी ने आरोप लगाया था कि उनके सात विधायकों को खरीदने के लिए भाजपा ने 25-25 करोड़ रुपये का लालच दिया था।
27 जनवरी को केजरीवाल ने आरोप लगाया था कि उनके विधायकों को खरीदने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा था कि बीजेपी ने उनके विधायकों को 25-25 करोड़ रुपये का ऑफर दिया है और साथ ही पार्टी का टिकट देने का भी लालच दिया है।
केजरीवाल ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, पिछले दिनों इन्होंने हमारे दिल्ली के सात एमएलए को संपर्क कर कहा है – “कुछ दिन बाद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लेंगे। उसके बाद एमएलए को तोड़ेंगे। 21 एमएलए से बात हो गई है औरों से भी बात कर रहे हैं। उसके बाद दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार गिरा देंगे। आप भी आ जाओ। 25 करोड़ रुपये देंगे और बीजेपी की टिकट से चुनाव लड़वा देंगे।
हालांकि उनका दावा है कि उन्होंने 21 एमएलए से संपर्क किया है लेकिन हमारी जानकारी के मुताबिक उन्होंने अभी तक सात एमएलए को ही संपर्क किया है और सबने मना कर दिया।