
दिल्ली विधानसभा का बजट सत्र 15 से 20 फरवरी तक चलेगा। इस बार बजट कई मायनों में खास होने वाला है। वर्ष 2047 तक की कार्ययोजना की झलक इस बजट में देखने को मिलेगी। बजट शिक्षा, स्वास्थ्य, परिवहन, पर्यटन और पर्यावरण पर केंद्रित रहेगा। दिल्ली को एक धरोहर और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में विकसित करने की भी योजना है। साथ ही, बसों के सभी डिपो को विद्युतकरण के साथ ही ई-वाहन पर भी बजट में योजनाएं देखने को मिलेंगी।
दिल्ली सरकार का 10वां बजट 19 फरवरी को पेश हो सकता है। इससे पहले सरकार आउटकम बजट भी पेश करेगी। इस बार भी शिक्षा के क्षेत्र में सबसे अधिक धन आवंटित करने की उम्मीद है। स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को और मजबूत करने पर जोर रह सकता है। मुफ्त बिजली व साफ पानी देने का सिलसिला जारी रखा जाएगा। हरित ऊर्जा के माध्यम से बिजली मांग को पूरा करने की बात सरकार बजट में कर सकती है। बजट की तैयारी सरकार एक महीने से कर रही है। पिछले महीने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बजट को लेकर उच्चस्तरीय बैठक की थी। इसमेंं बजट की प्राथमिकताओं पर विस्तृत चर्चा हुई थी। दिल्ली के सभी हित धारकों से सुझाव बजट तैयार करने के लिए लिया गया था।
अच्छे सुझावों को बजट में शामिल किया जाएगा। वित्त मंत्री आतिशी विधानसभा में बजट पेश करेंगी। इस बार का बजट शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी, रोजगार और इंफ्रास्ट्रक्चर पर केंद्रित होगा।पिछले बजट में इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट वाली योजनाओं को विशेष स्थान मिला था जो साफ-सुंदर और आधुनिक दिल्ली थीम पर आधारित था। पिछले साल का बजट 78,800 करोड़ रुपये का था, जिसमें सड़कों के सौंदर्यीकरण, फ्लाईओवर, ई-बसें, डिपो का विद्युतीकरण, बस शेल्टर पर ध्यान केंद्रित था।