
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को रूस के साथ रक्षा और व्यापार सहयोग की पुष्टि की। साथ ही, कहा कि कई पश्चिमी देश भारत को नहीं बल्कि पाकिस्तान को हथियारों की आपूर्ति करते थे। उन्होंने कहा कि पिछले दशक में प्रवृत्ति बदल गई है।
एस जयशंकर ने कहा, “इन्वेंट्री के संदर्भ में, कई पश्चिमी देशों ने लंबे समय से भारत को नहीं, बल्कि पाकिस्तान को आपूर्ति करना पसंद किया है, लेकिन संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ पिछले दस या पंद्रह वर्षों में यह बदल गया है। हमारी नई खरीद संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ विविधतापूर्ण हो गई है, रूस, फ्रांस और इजरायल मुख्य आपूर्तिकर्ता हैं।”
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रूस के साथ रक्षा और व्यापार सहयोग पर जोर दिया। साथ ही कहा कि कई पश्चिमी देश पाकिस्तान को हथियारों की आपूर्ति करते थे, भारत को नहीं। हालांकि, पिछले एक दशक में यह प्रवृत्ति बदल गई है।
जयशंकर ने कहा, ‘भंडार के मामले में हां यह सच है कि कई पश्चिमी देशों ने लंबे समय से पाकिस्तान को आपूर्ति करना पसंद किया है और भारत को नहीं। हालांकि, पिछले 10-15 सालों में अमेरिका के साथ संबंधों में बदलाव आया है। नए आपूर्तिकर्ता के रूप में अमेरिका, रूस, फ्रांस और इस्राइल के साथ विविधता आई है।’
बता दें, विदेश मंत्री जयशंकर फिलहाल जर्मनी के म्यूनिख में हैं। यहां वह म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में भाग लेने के लिए पहुंचे हुए हैं। इस दौरान उन्होंने इंटरव्यू में दुनिया में आपूर्ति श्रृंखलाओं के ढांचागत असंतुलन पर प्रकाश डाला और कहा कि दुनिया का आर्थिक मॉडल अस्थिर और अनुचित है।
उन्होंने कहा, ‘दुनिया ने एक आर्थिक मॉडल बनाया है जो अस्थिर और अनुचित है। वैश्वीकरण के नाम पर हमने दुनिया में अति-एकाग्रता देखी है। कई देशों की अर्थव्यवस्थाओं को खोखला कर दिया गया है।’