
इस्राइल और हमास के बीच युद्ध जारी है। इस बीच, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी ने गाजा में गुरुवार को मारे गए 100 फलस्तीनियों की घटना पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने युद्ध विराम की आवश्यकता को जाहिर करते हए मानवीय सहायता बढ़ाने पर जोर दिया। गौरतलब है कि इस्राइल और हमास के बीच सात अक्तूबर से युद्ध जारी है, जब हमास ने पांच हजार इस्राइली शहरों पर दागे थे। युद्ध में अब तक दोनों पक्षों के करीब 30000 लोगों की मौत हो चुकी है।
व्हाइट हाउस ने दोनों नेताओं की बात के बाद एक बयान जारी किया। बयान में कहा गया कि दोनों नेताओं ने नागरिक जीवन के नुकसान पर दुख व्यक्त किया है। दोनों नेता इस बात पर सहमत हुए कि जल्द से जल्द गाजा में जारी युद्ध पर रोक लगानी होगी। युद्ध विराम के साथ-साथ दोनों नेताओं ने बंधकों की रिहाई पर भी बात की। बयान के अनुसार, दोनों नेताओं की एक राय है कि हमास को बिना किसी देरी के बंधकों को रिहा करना चाहिए। उन्होंने सहायता सामाग्री को हर एक फलस्तीनी तक पहुंचाने के तरीकों पर भी चर्चा की। दरअसल, हमास का आरोप है कि गुरुवार को इस्राइली सैनिकों ने सहायता ट्रकों के पास खाने की आस में खड़े फलस्तीनियों को गोलियों से भून डाला है। हमले में करीब 100 लोगों की मौत हो गई। वहीं, विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने एक ब्रीफिंग में फिलीस्तीनी लोगों की मौत पर दुख जताया। उन्होंने कहा कि हम सुबह से इस्राइल के संपर्क में हैं।
पिछले कुछ दिनों से गाजा में अस्थायी युद्धविराम की चर्चा जोरों पर है। इसके कयास तब लगने शुरू हुए जब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि गाजा में अस्थायी युद्धविराम और बंधकों की रिहाई के लिए एक समझौता हो सकता है। जानकारी के मुताबिक, खूनी लड़ाई को रोकने के तिए एक मसौदा फ्रांस की राजधानी पेरिस में तैयार किया गया है। कतर, अमेरिका और मिस्र के राजदूतों के साथ बैठक में यह मसौदा तैयार हुआ था। अब इसे हमास के सामने पेश किया गया है। इसमें मुस्लिमों के पवित्र महीने रमजान के दौरान लड़ाई में 40 दिनों के युद्धविराम का प्रस्ताव है जो 10 मार्च के आसपास शुरू होगा।