
उत्तराखंड में हरिद्वार और ऊधमसिंहनगर-नैनैनीताल सीटों से कांग्रेस को काफी उम्मीदें हैं। इन दोनों ही संसदीय क्षेत्रों में कांग्रेस के पास विधायकों की अच्छी-खासी संख्या है।
अनुसूचित जाति-जनजाति के साथ ही मुस्लिम मतदाताओं के बूते पार्टी को उम्मीद है कि इन दोनों ही सीटों पर भाजपा की किलेबंदी को भेदा जा सकता है। यही कारण है कि इन सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा को लेकर सावधानी और सतर्कता बरती जा रही है। माना जा रहा है कि पार्टी प्रत्याशियों के चयन को लेकर चौंका सकती है।हरिद्वार जिले की 11 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस के पास पांच सीटें हैं। इसके अतिरिक्त जिले में दो सीट बसपा के पास थीं। इनमें से एक सीट बसपा विधायक सरबत करीम अंसारी के निधन के कारण रिक्त है। एक सीट पर निर्दलीय विधायक हैं। इस प्रकार हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र की कुल 14 विधानसभा सीट में से भाजपा के पास मात्र छह सीट हैं।
माना जा रहा है कि एक-दो दिन में इन सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर सकती है। पार्टी नेतृत्व ने इन दोनों सीटों के संबंध में चर्चा के लिए नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा को शुक्रवार को दिल्ली बुलाया है। दोनों नेता दिल्ली पहुंच चुके हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत भी इस समय दिल्ली में उपस्थित हैं। शुक्रवार को प्रस्तावित बैठक में वह भी भाग ले सकते हैं।