देहरादून में बढ़ रही आपराधिक घटनाओं को लेकर मूल निवास, भू-कानून समन्वय संघर्ष समिति ने कल यानी 20 जून को देहरादून बंद करने का आह्वान किया है। संघर्ष समिति ने बंद को लेकर राजनीतिक दलों, सामाजिक संगठनों, व्यापारियों, पूर्व सैनिकों, युवाओं और महिलाओं से बंद को सफल बनाने में सहयोग की अपील की है।
प्रेस क्लब देहरादून में दिवंगत दीपक उर्फ रवि बडोला की पत्नी और बहन के साथ पत्रकारों से वार्ता करते हुए संघर्ष समिति के संयोजक मोहित डिमरी ने कहा कि मूल निवासियों का अस्तित्व बचाने के लिए सभी को सड़कों पर उतरना होगा। आपराधिक घटनाएं बढ़ रही हैं।
लोग खौफ के साये में जीने को मजबूर हैं। उन्होंने सरकार से दिवंगत दीपक बडोला की पत्नी को स्थायी नौकरी, एक करोड़ रुपये मुआवजा, घायलों का मुफ्त इलाज के साथ 20-20 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की है। गोलीकांड मामले की जांच फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने की मांग भी की।गोलीकांड में मृतक दीपक की पत्नी उर्वी बडोला ने कहा कि अब उसके सामने अपने छोटे बच्चे के भरण-पोषण की समस्या खड़ी हो गई है। सरकार उन्हें स्थायी नौकरी दे और उनके परिवार को सुरक्षा दे। मृतक दीपक की बहन दीक्षा ने कहा कि समाज को उनकी मदद के लिए आगे आना चाहिए।यह घटनाएं कल किसी और के साथ भी हो सकती है। संघर्ष समिति के महानगर संयोजक अनिल डोभाल ने कहा कि मूल निवासियों को अपना अस्तित्व बचाने के लिए सड़कों पर उतरना होगा। सचिव प्रांजल नौडियाल और पंकज उनियाल ने कहा कि मूल निवास और भू-कानून न होने से अपराधियों के हौसले बुलंद है।बता दें कि रायपुर का डोभाल चौक रविवार रात गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा था। गिरवी रखी कार को वापस लेने गए तीन लोगों को रिहायशी इलाके में बदमाशों ने गोली मार दी। इसमें एक व्यक्ति गोली लगने के बाद भागा और कुछ दूरी पर नाले में जा गिरा।रातभर पुलिस और परिजनों ने तलाश की। सात घंटे बाद सोमवार सुबह छह बजे उसका शव नाले से बरामद हुआ। इससे पहले दो घायलों को रात में ही अस्पताल में भर्ती करा दिया गया था। सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने वाले दो पेशेवर बदमाश बीच शहर से होते हुए आशारोड़ी बैरियर तोड़कर भाग निकले।