देहरादून। उत्तराखण्ड के कई होनहारों ने राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय स्तर पर अपनी खेल प्रतिभा का दम दिखाया है। इसी कड़ी कुछ ऐसा ही कर दिखाया है पहाड़ की होनहार बेटी अंकिता ध्यानी ने। पौड़ी जिले की जहरीखाल ब्लाक के मेरूड़ा गांव की रहने वाली अंकिता ध्यानी ओलंपिक मे जाने वाली उत्तराखंड़ की पहली महिला एथलीट बनकर इतिहास रचा। उन्होंने रैंकिंग में 42वां स्थान हासिल करके ओलंपिक मे अपनी जगह बनाई है।
मात्र 16 वर्ष की आयु में अंकिता नेशनल जूनियर स्कूल गेम्स में 1500 मीटर, तीन हजार मीटर व पांच हजार मीटर की दौड़ में राष्ट्रीय चौंपियन है। वर्तमान में भोपाल के साईं हास्टल में दौड़ की बारीकियां सीख रही अंकिता ने हाल ही में तमिलनाडु में आयोजित नेशनल जूनियर एथलेटिक्स चौंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता है। वह इन दिनों इंटरनेशनल स्कूल गेम्स में प्रतिभाग करने के लिए अभ्यासरत है।
कई दौड़ों मे हासिल किया स्वर्ण पदक
2016-17 में अंकिता ने एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया की ओर से तेलंगाना में आयोजित तीन हजार मीटर की दौड़ में प्रथम स्थान हासिल किया व इसी वर्ष यूथ फेडरेशन की ओर से बड़ोदरा में आयोजित प्रतियोगिता में पुनः तीन हजार मीटर की दौड़ में प्रथम स्थान पाया। 2017-18 में अंकिता ने रोहतक में आयोजित राष्ट्रीय स्कूल गेम्स में तीन हजार मीटर की दौड़ में द्वितीय स्थान पाया। 2018-19 में ही अंकिता ने यूथ फेडरेशन की रांची में आयोजित प्रतियोगिता में 1500 मीटर की दौड़ में प्रथम स्थान पाया व इसी वर्ष उत्तराखंड के रुद्रपुर में आयोजित राज्य ओलंपिक में पांच हजार मीटर की दौड़ में प्रथम स्थान पाया। साथ ही पुणे में आयोजित खेलो इंडिया प्रतियोगिता में अंकिता ने 1500 व 3000 मीटर की दौड़ में प्रथम स्थान प्राप्त कर स्वर्ण पदक हासिल किया। पुणे में आयोजित इसी प्रतियोगिता में किए गए उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए उसका चयन भारतीय खेल प्राधिकरण (एसएआइ) हॉस्टल भोपाल के लिए हुआ।
गांव के मैदान में की ट्रेनिंग
अंकिता ध्यानी पौड़ी जनपद के जहरीखाल के ग्राम मेरूड़ा की रहने वाली हैं। उन्होंने गांव के ही छोटे से मैदान में अपनी ट्रेनिंग हासिल की। अंकिता के मेहनत और लगन को देखने के बाद भारतीय खेल प्राधिकरण ने उन्हें साउथ अफ्रीका में ट्रेनिंग करने का मौका दिया। यही कारण है कि वह एक के बाद एक मेडल जीत कर उत्तराखण्ड और देश का नाम रोशन कर रही हैं। अंकिता कई राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीत चुकी हैं। हाल ही में उन्होंने तेहरान में हुई एशियन इंडोर एथलेटिक्स चौंपियनशिप में रजत पदक जीता था। उनके नाम विभिन्न प्रतियोगिताओं में एक दर्जन से अधिक स्वर्ण, करीब आधा दर्जन रजत और तीन कांस्य पदक है। अंकिता की सफलता पर उत्तराखण्ड एथलेटिक्स संघ ने हर्ष जताया है।