ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस (एचएमपीवी) के खतरे को लेकर स्वास्थ्य महानिदेशालय द्वारा आदेश जारी किए जाने के बाद दून अस्पताल ने तत्परता दिखाते हुए तैयारी शुरू कर दी है। दून मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य डॉ. गीता जैन ने इस संदर्भ में अधिकारियों की एक आपात बैठक बुलाई है।
डॉ. गीता जैन ने बताया कि सीजनल इन्फ्लूएंजा और एचएमपीवी वायरस के संभावित प्रभावों को ध्यान में रखते हुए अस्पताल में सभी आवश्यक तैयारियां की गई हैं। विशेष रूप से, आठ बेड का आईसीयू आईसोलेशन वार्ड पहले से ही स्थापित किया गया है। आज की बैठक में अधिकारियों और चिकित्सकों के साथ मिलकर इस वायरस से निपटने के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाएंगे।
एचएमपीवी श्वसन संक्रमण का कारण बन सकता है और इसका असर बच्चों, बुजुर्गों, और कमजोर इम्यूनिटी वाले व्यक्तियों पर ज्यादा होता है। यह वायरस खांसी, छींक, और संक्रमित व्यक्ति से नजदीकी संपर्क के माध्यम से फैलता है। 2001 में इसका पता चला था और इसके लक्षण सामान्य सर्दी-खांसी या फ्लू के जैसे होते हैं।