
उत्तराखंड में दो दिनों तक लगातार हुई बर्फबारी के बाद सोमवार को मौसम सामान्य हो गया। तेज धूप खिलने से कड़ाके की ठंड से राहत मिली, लेकिन ताजी बर्फबारी के कारण बदरीनाथ हाईवे माणा गांव तक बंद हो गया है। ज्योतिर्मठ-मलारी हाईवे छोटे वाहनों के लिए खुला है, हालांकि बर्फ पर वाहनों के टायर फिसल रहे हैं, जिससे आवाजाही में समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। औली सड़क पर भी सात किलोमीटर से आगे बर्फ जमा होने के कारण वाहनों की आवाजाही में कठिनाई हो रही है। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) द्वारा बर्फ पिघलाने के लिए सड़क पर नमक का छिड़काव किया गया है, लेकिन फिर भी स्थिति जटिल बनी हुई है।

औली में हुई बर्फबारी ने जहां पर्यटन व्यवसायियों के लिए सौगात लेकर आई है, वहीं सड़क पर बर्फ के कारण पर्यटकों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बर्फ और पाले के कारण वाहनों की आवाजाही में खासकर कवांण बैंड से औली के बीच दिक्कतें बढ़ी हैं। इस मार्ग पर घने पेड़ों के बीच से गुजरने वाली सड़क पर बर्फ और पाला देर से पिघलता है, जिससे गाड़ियों का फिसलना सामान्य बात हो गई है।
हालांकि, बर्फबारी ने पर्यटन कारोबारियों के चेहरे भी खिले हैं, क्योंकि पर्यटक औली पहुंचकर बर्फ का आनंद ले रहे हैं। पर्यटक औली के स्कीइंग स्लोप्स और ढलानों पर बर्फ से खेल रहे हैं, वहीं चेयर लिफ्ट की सहायता से भी उनकी आवाजाही जारी है।
मौसम विज्ञान केंद्र द्वारा जारी पूर्वानुमान के अनुसार, मंगलवार को प्रदेश के मैदानी इलाकों में घना कोहरा छा सकता है। ऊधमसिंह नगर और हरिद्वार जिलों में कोहरे का येलो अलर्ट जारी किया गया है, जबकि अन्य जिलों में मौसम शुष्क रहेगा। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि ऊधमसिंह नगर और हरिद्वार को छोड़कर बाकी सभी जिलों में मौसम साफ रहेगा।