
समाजवादी पार्टी 2022 के विधानसभा चुनाव में जिन सीटों पर हार का सामना कर चुकी है, वहां अब अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए एक नई रणनीति पर काम कर रही है। पार्टी ने इन सीटों पर बूथों को तीन श्रेणियों में बांटकर, स्थानीय इकाइयों को जिम्मेदारी सौंप दी है। खासतौर पर पीडीए और बसपा के वोट बैंक पर नजर रखते हुए, सपा की कोशिश है कि इन मतदाताओं को अपनी तरफ आकर्षित किया जाए। पार्टी के सूत्रों के मुताबिक, जिन सीटों पर सपा को हार मिली थी, वहां बूथों को पिछले चुनाव में मिले मत प्रतिशत के आधार पर बांटा गया है। रणनीति के तहत, कमजोर बूथों पर लगातार जनसंपर्क अभियान चलाने और मतदाताओं को खुद से जोड़ने पर जोर दिया जाएगा। वहीं, जिन बूथों पर हार-जीत का अंतर कम था, वहां ओबीसी और दलित मतदाताओं के बीच विशेष ध्यान दिया जाएगा। पार्टी के स्थानीय पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे इन मतदाताओं के साथ जुड़ें और उनके दुख-सुख में भागीदार बनें। खासतौर पर दलित समुदाय के बीच डॉ. भीमराव आंबेडकर और संविधान की महत्ता को प्रचारित किया जाएगा।
इसके साथ ही, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने वाराणसी की तीन खिलाड़ियों को आर्थिक मदद दी। ये तीनों खिलाड़ी प्रीति पटेल, प्राची पटेल और शशि पटेल हैं, जिन्होंने छत्तीसगढ़ में आयोजित स्कूली बच्चों की कुश्ती प्रतियोगिता में गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल जीते थे। अखिलेश यादव ने इनकी सराहना करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की और उन्हें आर्थिक सहायता भी प्रदान की। इस अवसर पर अखिलेश यादव ने कहा कि गरीब परिवारों के बच्चे ही देश का नाम रोशन करते हैं, और मेहनतकश परिवारों से अच्छे खिलाड़ी निकलते हैं। वाराणसी की इन खिलाड़ियों की मां सरिता पटेल जो सब्जी बेचकर अपने बच्चों को पढ़ाती हैं, उनकी मेहनत को भी सराहा गया। इस मौके पर कुश्ती संघ, वाराणसी के संयुक्त सचिव गोरख यादव, कोच अजीत पाल और खिलाड़ी बच्चों की मां सरिता पटेल भी मौजूद थीं।