
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हाल ही में एक भावुक बयान में कहा कि यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) का लागू होना बहुत जरूरी है, ताकि समाज में कोई भी व्यक्ति किसी महिला या निर्दोष इंसान के साथ हैवानियत न कर सके। उन्होंने यह टिप्पणी उस संदर्भ में की, जब दिल्ली में श्रद्धा वालकर हत्याकांड जैसी घटनाओं ने पूरे देश को झकझोर दिया है। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि UCC एक महत्वपूर्ण कदम है, जो समाज में समानता, सुरक्षा और न्याय सुनिश्चित करेगा।
उन्होंने इस विषय पर और विस्तार से बात करते हुए कहा कि UCC के तहत सभी नागरिकों को समान अधिकार और जिम्मेदारियां मिलेंगी, चाहे वह किसी भी धर्म, जाति या समुदाय से जुड़े हों। मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि यह कानून न केवल महिलाओं की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि समाज में सामूहिक शांति और भाईचारे को बढ़ावा देने में भी मदद करेगा।
धामी ने कहा कि यूनिफॉर्म सिविल कोड का उद्देश्य सामाजिक और कानूनी व्यवस्था में सुधार लाना है। उनका मानना था कि इस कानून से समाज में किसी भी प्रकार की भेदभावपूर्ण स्थिति खत्म होगी और सभी को समान अधिकार मिलेंगे। UCC के लागू होने से न केवल भारतीय समाज में न्याय का शासन होगा, बल्कि यह नागरिकों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक भी करेगा।
मुख्यमंत्री धामी का यह बयान उस समय आया है जब देशभर में महिलाओं की सुरक्षा और उनके अधिकारों पर गंभीर चर्चाएँ हो रही हैं। खासकर दिल्ली में श्रद्धा वालकर के मामले में आफताब अमीन पूनावाला द्वारा की गई हैवानियत ने पूरे देश को चौंका दिया है, जिससे लोगों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। इस संदर्भ में UCC को लेकर मुख्यमंत्री धामी का समर्थन एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, जो यह दर्शाता है कि राज्य सरकार महिलाओं और समाज के हर वर्ग की सुरक्षा और सम्मान के प्रति प्रतिबद्ध है।