“महाकुंभ के 45 दिनों में एक साल जितनी फ्लाइटें, प्रयागराज बना सबसे बिजी एयरपोर्ट”

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ मेला न केवल एक धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन है, बल्कि यह एक विशाल आकार का आयोजन भी है, जो लाखों श्रद्धालुओं और पर्यटकों को आकर्षित करता है। इस बार महाकुंभ के दौरान प्रयागराज का एयरपोर्ट भी अन्य सालों के मुकाबले अभूतपूर्व रूप से व्यस्त रहा, जहां 45 दिनों में एक साल जितनी फ्लाइट्स का संचालन हुआ। यह घटना शहर के एयरपोर्ट के लिए ऐतिहासिक मानी जा रही है, जिसने इसे भारत के सबसे बिजी एयरपोर्टों में से एक बना दिया।महाकुंभ मेला 2025 में इस बार धार्मिक तीर्थयात्रियों की भारी संख्या देखने को मिली। यहां लाखों श्रद्धालु गंगा स्नान और अन्य धार्मिक गतिविधियों में भाग लेने आए, जिसके कारण एयरपोर्ट पर यात्रियों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि हुई। इस दौरान प्रयागराज एयरपोर्ट पर एयरलाइंस कंपनियों ने अपनी उड़ानों की संख्या में वृद्धि की थी ताकि इस विशाल संख्या को समायोजित किया जा सके।कुल मिलाकर, महाकुंभ के 45 दिनों में लगभग एक साल जितनी संख्या में फ्लाइटें चलाई गईं, जिससे एयरपोर्ट का ट्रैफिक पिछले कुछ सालों के मुकाबले कई गुना बढ़ गया। इस दौरान अंतरराष्ट्रीय और घरेलू दोनों ही उड़ानों की संख्या में इजाफा हुआ था। प्रयागराज एयरपोर्ट ने इस असाधारण यात्री आवागमन को संभालने के लिए अपनी सुविधाओं और व्यवस्थाओं में कई सुधार किए थे, जैसे अतिरिक्त चेक-इन काउंटर, बेहतर सुरक्षा व्यवस्था, और एयरपोर्ट के इन्फ्रास्ट्रक्चर में सुधार।इस वृद्धि का कारण महाकुंभ के दौरान प्रयागराज में आने वाले श्रद्धालुओं की भारी संख्या थी। ज्यादातर श्रद्धालु दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु और अन्य प्रमुख शहरों से हवाई मार्ग के जरिए प्रयागराज पहुंचे। इन उड़ानों के संचालन ने न केवल यात्रियों के लिए यात्रा को सुगम बनाया, बल्कि एयरलाइंस कंपनियों के लिए भी एक बड़े व्यवसायिक अवसर का रास्ता खोला।इस बढ़े हुए यात्री यातायात को देखते हुए एयरपोर्ट अधिकारियों ने सुरक्षा और यात्री सुविधाओं के लिए अतिरिक्त इंतजाम किए थे। एयरपोर्ट पर यात्रीगण की भीड़ को संभालने के लिए यात्री ट्रैकिंग सिस्टम को और मजबूत किया गया था, और विभिन्न सेवाओं में भी सुधार किए गए थे। इसके अलावा, एयरपोर्ट के इन्फ्रास्ट्रक्चर में सुधार के कारण यात्रियों को और अधिक सुविधाएं मिलीं, जैसे बेहतर waiting areas, फूड कोर्ट, और चेक-इन प्रक्रिया को और भी सुविधाजनक बनाया गया।महाकुंभ के सफल आयोजन में एयरपोर्ट की भूमिका अत्यधिक महत्वपूर्ण रही है, क्योंकि बड़े पैमाने पर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए हवाई यात्रा सबसे तेज और सुविधाजनक माध्यम था। एयरपोर्ट पर फ्लाइट्स की संख्या में इस अभूतपूर्व वृद्धि ने न केवल एयरपोर्ट अधिकारियों को बल्कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय को भी एक बड़ी चुनौती दी, जिसे उन्होंने पूरी तरह से संभाला।इस घटना ने यह भी साबित किया कि प्रयागराज के एयरपोर्ट की क्षमता और संचालन क्षमता को बढ़ाने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में भी इस प्रकार के बड़े आयोजनों को संभाला जा सके। इसके साथ ही, यह भी दिखाता है कि महाकुंभ जैसे आयोजनों के दौरान, एयरपोर्ट की सुविधाएं और यात्री सेवा को और बेहतर बनाने की दिशा में निरंतर प्रयास किए जाने चाहिए।अब यह भी उम्मीद की जा रही है कि आने वाले वर्षों में, प्रयागराज के एयरपोर्ट को और अधिक उन्नत बनाने के लिए कई परियोजनाओं की शुरुआत की जाएगी ताकि इस प्रकार के आयोजनों को और भी बेहतर तरीके से संभाला जा सके।

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