
उत्तराखंड में पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश और बर्फबारी ने प्रदेश की जीवन रेखा को प्रभावित कर दिया है। बारिश और बर्फबारी ने न केवल स्थानीय निवासियों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं, बल्कि पर्यटकों के लिए भी यह खतरनाक साबित हो सकती है। खासकर ऊंचाई वाले इलाकों में भारी बर्फबारी के कारण सड़कों पर बर्फ की मोटी परत जम गई है, जिससे यातायात प्रभावित हुआ है और कई मार्ग बंद हो गए हैं।राज्य आपातकालीन केंद्र ने इस परिस्थिति को देखते हुए एक वॉर्निंग जारी की है, जिसमें बताया गया है कि मौसम का यह हालात अगले कुछ दिनों तक और बिगड़ सकते हैं। बारिश और बर्फबारी के कारण देहरादून, नैनीताल, मंसूरी, औली और अन्य प्रमुख पर्यटन स्थलों पर कड़ी चेतावनी जारी की गई है, ताकि पर्यटक इन क्षेत्रों में यात्रा करने से बचें।राज्य सरकार और प्रशासन ने पर्यटकों को सतर्क रहने की सलाह दी है और साथ ही पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी के कारण फिसलन की संभावना से भी अवगत कराया है। पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी से सड़कें अवरुद्ध हो सकती हैं और यातायात में अड़चन आ सकती है, जिससे आपातकालीन सेवाओं का संचालन भी प्रभावित हो सकता है।मौसम विभाग का कहना है कि अगले 48 घंटों के भीतर उत्तराखंड के अधिकतर ऊंचे इलाकों में भारी बर्फबारी और निचले क्षेत्रों में तेज बारिश की संभावना है। ऐसे में प्रशासन ने अपनी तैयारियों को तेज कर दिया है और जरूरी राहत कार्यों के लिए टीमों को अलर्ट पर रखा गया है। इसके साथ ही, हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी के कारण बर्फीली हवाएं चलने की संभावना जताई गई है, जिससे तापमान में और गिरावट आ सकती है।पर्यटकों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी यात्रा की योजना बनाते समय मौसम का अपडेट जरूर लें और यदि आवश्यक हो तो यात्रा को कुछ दिन के लिए स्थगित कर दें। इसके अलावा, स्थानीय प्रशासन ने पर्यटकों से अपील की है कि वे किसी भी आपातकालीन स्थिति में प्रशासन द्वारा जारी किए गए निर्देशों का पालन करें और सुरक्षा की दृष्टि से पहाड़ी रास्तों पर यात्रा न करें।इस भयंकर मौसम की स्थिति को देखते हुए, उत्तराखंड सरकार और स्थानीय प्रशासन द्वारा राहत कार्य तेज कर दिए गए हैं और बर्फबारी प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति की निगरानी रखी जा रही है।