
पहलगाम आतंकी हमले के बाद उत्तराखंड में हाई अलर्ट, बॉर्डर एरिया और सार्वजनिक स्थलों पर कड़ी चेकिंग के निर्देश
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में 20 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले के बाद पूरे देश में सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया गया है। इस हमले में सुरक्षाबलों को निशाना बनाए जाने की खबर के बाद उत्तराखंड राज्य ने भी एहतियात के तौर पर अपनी सुरक्षा व्यवस्था को हाई अलर्ट पर रख दिया है। राज्य के डीजीपी (पुलिस महानिदेशक) ने सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को विशेष निर्देश जारी किए हैं, जिसमें सीमावर्ती क्षेत्रों, भीड़भाड़ वाले इलाकों, धार्मिक स्थलों, और पर्यटक स्थलों पर अतिरिक्त सतर्कता बरतने के आदेश दिए गए हैं।उत्तराखंड, जो अपनी संवेदनशील भौगोलिक स्थिति और नेपाल से लगी खुली सीमा के कारण रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण राज्य है, वहां इस समय विशेष निगरानी अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस ने बॉर्डर एरिया में चौकसी बढ़ा दी है और नेपाल सीमा से लगी चेक पोस्टों पर वाहनों की गहन तलाशी ली जा रही है। पिथौरागढ़, चंपावत, उधम सिंह नगर और चमोली जैसे जिलों में विशेष सतर्कता बरती जा रही है।डीजीपी द्वारा जारी निर्देशों में कहा गया है कि पुलिस बल गश्त को और सघन करें, संदिग्ध व्यक्तियों पर नजर रखें, और स्थानीय खुफिया नेटवर्क को सक्रिय करें। इसके अलावा राज्य के सभी बड़े रेलवे स्टेशनों, बस अड्डों, मॉल्स, सिनेमा हॉल्स और बाजारों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है। देहरादून, हरिद्वार, ऋषिकेश, हल्द्वानी, और नैनीताल जैसे शहरों में सुरक्षा बंदोबस्त विशेष रूप से बढ़ा दिए गए हैं, क्योंकि इन इलाकों में बड़ी संख्या में पर्यटक और श्रद्धालु आते हैं।चारधाम यात्रा 2025 की पृष्ठभूमि को ध्यान में रखते हुए पुलिस और प्रशासन अतिरिक्त सतर्क हो गए हैं। बदरीनाथ और केदारनाथ जैसे तीर्थस्थलों की ओर जाने वाले मार्गों पर लगातार गश्त की जा रही है। ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों के जरिए भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों पर निगरानी रखी जा रही है, और बम डिस्पोजल स्क्वॉड को भी हाई अलर्ट पर रखा गया है।राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन ने आम जनता से भी अपील की है कि वे सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि या वस्तु की जानकारी तुरंत 112 या नजदीकी पुलिस स्टेशन को दें। उत्तराखंड पुलिस का कहना है कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है, लेकिन राज्य को सुरक्षित रखने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।पुलिस विभाग के अनुसार, इस समय ‘प्रिवेंटिव इंटेलिजेंस’ पर सबसे अधिक जोर दिया जा रहा है। इसका उद्देश्य किसी भी संभावित आतंकी गतिविधि की योजना को समय रहते विफल करना है। इसके लिए स्थानीय लोगों के साथ संवाद बनाए रखा जा रहा है, गांवों और कस्बों में रात्रि गश्त बढ़ाई गई है, और संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी भी की जा रही है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद उत्तराखंड में हाई अलर्ट की स्थिति है और सुरक्षा व्यवस्था को अभूतपूर्व रूप से सख्त कर दिया गया है। पुलिस प्रशासन हर स्तर पर निगरानी और चेकिंग अभियान चला रहा है, जिससे राज्य में शांति और कानून-व्यवस्था बनाए रखी जा सके। आने वाले दिनों में सुरक्षा व्यवस्था और अधिक मजबूत किए जाने की संभावना है, विशेष रूप से चारधाम यात्रा की भीड़ को देखते हुए।