
कैलाश मानसरोवर यात्रा, जो भारतीय श्रद्धालुओं के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक यात्रा मानी जाती है, अब महंगाई की मार झेलने वाली है। उत्तराखंड से लेकर तिब्बत की सीमा तक जाने वाले इस पवित्र मार्ग पर यात्रा शुल्क में वृद्धि कर दी गई है, जिससे श्रद्धालुओं की जेब पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। अब श्रद्धालुओं को इस यात्रा के लिए 56 हजार रुपये चुकाने होंगे, जो पहले के मुकाबले अधिक है। इसके अलावा, तिब्बत सीमा में प्रवेश करने के लिए अलग से अतिरिक्त खर्च उठाना होगा।कैलाश मानसरोवर यात्रा, जो हर वर्ष हजारों श्रद्धालुओं द्वारा की जाती है, एक अहम धार्मिक यात्रा है। कैलाश पर्वत और मानसरोवर झील का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व अत्यधिक है। भारत सरकार और उत्तराखंड राज्य सरकार द्वारा प्रत्येक वर्ष इस यात्रा का आयोजन किया जाता है, जिसमें देशभर से श्रद्धालु भाग लेते हैं। लेकिन इस बार महंगाई के कारण यात्रा शुल्क में बढ़ोतरी की गई है, जो यात्रा के खर्च को और भी बढ़ा सकती है।इस वृद्धि के कारण यात्रियों को यात्रा के दौरान होने वाले अन्य खर्चों की चिंता भी बढ़ गई है। अब यात्रा के दौरान तिब्बत सीमा में प्रवेश के लिए अतिरिक्त शुल्क लिया जाएगा, जो पहले नहीं था। तिब्बत सीमा से लेकर कैलाश मानसरोवर तक का मार्ग अत्यधिक कठिन और जोखिमपूर्ण है, लेकिन यहां यात्रा करने के इच्छुक श्रद्धालुओं को अब और अधिक खर्च का सामना करना पड़ेगा।उत्तराखंड सरकार और केंद्रीय सरकार ने इस बढ़ी हुई राशि को तर्कसंगत बताते हुए कहा कि यात्रा में आने वाली महंगाई और सुरक्षा के मद्देनजर यह कदम उठाया गया है। तिब्बत सीमा में सुरक्षा व्यवस्था और अन्य प्रशासनिक खर्चों में भी वृद्धि हुई है, जिसके कारण यह अतिरिक्त शुल्क लिया जा रहा है। इसके अलावा, कैलाश मानसरोवर तक पहुँचने के मार्ग में होने वाले निर्माण और रखरखाव कार्यों की वजह से भी यात्रा शुल्क में वृद्धि हुई है।यात्रा शुल्क में इस वृद्धि से उन श्रद्धालुओं को परेशानी हो सकती है, जिनके लिए यह यात्रा एक सपने के रूप में होती है। कई लोग इस यात्रा को जीवन का सबसे अहम अनुभव मानते हैं और इसके लिए सालों तक इंतजार करते हैं। अब इस अतिरिक्त खर्च के कारण कई श्रद्धालु इस यात्रा पर जाने के बारे में पुनः विचार करने पर मजबूर हो सकते हैं।इसके बावजूद, कुछ श्रद्धालु इस बढ़ी हुई राशि को भी सहर्ष स्वीकार कर रहे हैं, क्योंकि उनका मानना है कि कैलाश मानसरोवर की यात्रा एक अनमोल अनुभव है और इसके खर्च के मुकाबले यह यात्रा उनके जीवन की सबसे महत्वपूर्ण यात्रा होगी। साथ ही, यात्रा में सुरक्षा और सुव्यवस्था बनाए रखने के लिए सरकार के प्रयासों को भी सराहा जा रहा है।इस समय यात्रा के लिए पंजीकरण प्रक्रिया चल रही है और श्रद्धालुओं से 56 हजार रुपये की राशि जमा करने के लिए कहा गया है। यात्रा के आयोजकों ने भी यह सुनिश्चित किया है कि यात्रा के दौरान सभी श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं, ताकि यात्रा को सुरक्षित और सुखमय बनाया जा सके।यह वृद्धि आगामी यात्रा सत्रों में भी लागू हो सकती है, और यदि महंगाई और अन्य खर्चों में और इजाफा होता है तो यात्रा शुल्क में और वृद्धि होने की संभावना है।कैलाश मानसरोवर यात्रा का यह साल कुछ विशेष है, क्योंकि यात्रा में आने वाली चुनौतियों और खर्चों के बावजूद श्रद्धालुओं की संख्या में कोई कमी नहीं आई है। लोग इस यात्रा को जीवनभर की सबसे महत्वपूर्ण यात्रा मानते हैं और इसके लिए हर प्रकार की कठिनाई सहन करने के लिए तैयार रहते हैं।