
गुजरात में बेमौसम बारिश और तूफान ने भारी तबाही मचाई है। तेज आंधी और मूसलधार बारिश से कई इलाकों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। पेड़ धराशाई हो गए, बिजली के खंभे टूट पड़े और मकानों को नुकसान पहुंचा। इस प्राकृतिक आपदा में अब तक 14 लोगों की मौत हो चुकी है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों में 50-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं और गरज के साथ बारिश होने की संभावना है। पूरे राज्य में अलर्ट जारी कर दिया गया है।
गुजरात के अधिकांश हिस्सों में मौसम ने करवट ली है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (SEOC) के अनुसार, बीते दिन 168 तालुकों में अचानक बारिश हुई, जिसमें खेड़ा, गांधीनगर, मेहसाणा और वडोदरा जैसे जिलों में 25–40 मिमी तक वर्षा दर्ज की गई। आंधी-तूफान की वजह से पेड़, होर्डिंग्स और खंभे उखड़ गए, वहीं कई इलाकों में मकानों को भी नुकसान पहुंचा है। हादसों में कई लोगों के घायल होने की खबर है।