नंगल डैम से पानी छोड़ने के मामले में विवाद, AAP कार्यकर्ताओं ने BBMB अध्यक्ष को पकड़ा

नंगल डैम से हरियाणा के लिए पानी की आपूर्ति शुरू करने को लेकर सोमवार को पंजाब के AAP कार्यकर्ताओं द्वारा बड़े विरोध प्रदर्शन का सामना करना पड़ा। इस विरोध ने उस समय गंभीर रूप ले लिया जब BBMB (भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड) के अध्यक्ष को एक-दो घंटे तक बंधक बना लिया गया। AAP कार्यकर्ता नंगल डैम से पानी छोड़ने के खिलाफ थे, जो हरियाणा में पेयजल संकट को दूर करने के लिए किया जा रहा था। इस घटनाक्रम ने स्थिति को बेहद तनावपूर्ण बना दिया, और पंजाब और हरियाणा के बीच पानी के बंटवारे पर एक नया विवाद खड़ा हो गया।

AAP कार्यकर्ताओं ने BBMB अध्यक्ष को क्यों बनाया बंधक?

नंगल डैम से पानी छोड़ने की योजना के विरोध में AAP कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया। उनका कहना था कि पंजाब की जल आपूर्ति पर इस फैसले का गलत प्रभाव पड़ेगा, जिससे राज्य में पानी की कमी हो सकती है। विरोध प्रदर्शन तब और बढ़ गया जब कार्यकर्ताओं ने BBMB अध्यक्ष कमलदीप कौर को घेर लिया और उन्हें बंधक बना लिया। यह कदम तब उठाया गया जब BBMB ने हरियाणा को पानी की आपूर्ति शुरू करने की घोषणा की थी।AAP के नेताओं का कहना था कि पंजाब के पास पहले से ही पानी की भारी कमी है और अगर नंगल डैम से पानी हरियाणा को दिया गया, तो इससे पंजाब के किसानों और स्थानीय लोगों को नुकसान हो सकता है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड के फैसले में पंजाब की भावनाओं और राज्य के अधिकारों को नज़रअंदाज़ किया जा रहा है।

स्थिति की गंभीरता और पुलिस की मौजूदगी

विरोध के दौरान, पुलिस की बड़ी तादाद मौके पर तैनात की गई थी। AAP कार्यकर्ताओं ने डेम के गेट के पास धरना दिया और BBMB अध्यक्ष को उनके दफ्तर से बाहर निकलने नहीं दिया। यह घटना उस वक्त हुई जब उच्च अधिकारी और BBMB के तकनीकी दल पानी छोड़ने की प्रक्रिया को शुरू करने के लिए तैयार हो रहे थे।इसी बीच, पुलिस ने स्थिति को काबू में करने के लिए अभियान चलाया, लेकिन AAP कार्यकर्ता विरोध जारी रखने पर अड़े रहे। हालाँकि, बाद में पुलिस की कार्रवाई के बाद BBMB अध्यक्ष को मुक्त किया गया और किसी तरह स्थिति को नियंत्रण में लाया गया।

राजनीतिक बयानबाजी और विवाद

इस घटना के बाद, AAP और कांग्रेस नेताओं ने इसे पंजाब के हितों के खिलाफ एक साजिश करार दिया। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इसे हरियाणा सरकार की राजनीतिक साजिश बताया और कहा कि हरियाणा के लिए पानी छोड़ने के इस कदम से पंजाब की जल आपूर्ति खतरे में पड़ जाएगी। वहीं, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इसे एक कदम आगे बढ़ाते हुए कहा कि पानी का बंटवारा संविधानिक अधिकार है और पंजाब को यह समझना होगा कि हरियाणा का भी उसी पानी पर अधिकार है।

विवाद और जल विवाद पर आगामी संभावनाएं

पंजाब और हरियाणा के बीच जल विवाद नया नहीं है। नंगल डैम जैसे बड़े जलाशयों के जल बंटवारे को लेकर दोनों राज्यों के बीच कई बार टकराव हो चुका है। इस मुद्दे पर पंजाब विधानसभा ने पानी के बंटवारे के खिलाफ कई प्रस्ताव पारित किए हैं, जबकि हरियाणा का कहना है कि उन्हें पर्याप्त पानी की आपूर्ति मिलनी चाहिए।अब इस पूरे विवाद ने एक नया मोड़ लिया है, और भविष्य में इसकी और भी बड़ी राजनीतिक जटिलताएँ हो सकती हैं। इस घटनाक्रम के बाद यह साफ है कि दोनों राज्यों के बीच जल बंटवारे को लेकर आने वाले दिनों में और भी उथल-पुथल देखने को मिल सकती है। नंगल डैम से पानी छोड़ने को लेकर जिस तरह से विरोध हुआ, उसने पंजाब और हरियाणा के बीच के जल विवाद को फिर से उभार दिया है। AAP कार्यकर्ताओं ने जिस तरह BBMB अध्यक्ष को बंधक बना लिया, वह एक गंभीर कदम था, जो राज्य की राजनीति और जल आपूर्ति के संवेदनशील मुद्दे को और भी जटिल बना सकता है। इस समय दोनों राज्यों के बीच तालमेल और समझौते की आवश्यकता है ताकि जल संकट और विवादों से बचा जा सके।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Notice: ob_end_flush(): failed to send buffer of zlib output compression (0) in /home1/theindi2/public_html/wp-includes/functions.php on line 5464