
मोदी सरकार ने एक और ऐतिहासिक कदम उठाते हुए उत्तर प्रदेश के जेवर में सेमीकंडक्टर यूनिट स्थापित करने की मंजूरी दे दी है। यह निर्णय भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में ‘मेक इन इंडिया’ और ‘डिजिटल इंडिया’ मिशन को मजबूती देने वाला है। केंद्रीय कैबिनेट ने इस महत्त्वपूर्ण प्रोजेक्ट को हरी झंडी देते हुए स्पष्ट किया है कि अब भारत सेमीकंडक्टर चिप्स के मामले में आत्मनिर्भर बनने की ओर तेजी से अग्रसर है। जेवर में लगने वाली यह यूनिट न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे उत्तर भारत के लिए एक टेक्नोलॉजी हब के रूप में विकसित होगी।यह यूनिट आधुनिक तकनीकों से सुसज्जित होगी और देश के इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण क्षेत्र को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएगी। सेमीकंडक्टर चिप्स का उपयोग मोबाइल, कंप्यूटर, कार, स्मार्ट टीवी जैसे अनगिनत उपकरणों में होता है और इनकी मांग लगातार बढ़ रही है। अब तक भारत इस क्षेत्र में विदेशों पर निर्भर था, लेकिन इस परियोजना के साथ यह निर्भरता कम होगी और देश की तकनीकी संप्रभुता को बल मिलेगा।इस परियोजना से हजारों लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा, स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और जेवर एक विश्वस्तरीय औद्योगिक गंतव्य के रूप में उभरेगा। इसके अलावा, यह यूनिट भारत को वैश्विक सेमीकंडक्टर सप्लाई चेन का अहम हिस्सा बनाएगी।यूपी सरकार और केंद्र सरकार दोनों मिलकर इस परियोजना को धरातल पर लाने के लिए पूर्ण समर्थन दे रहे हैं। जेवर एयरपोर्ट, एक्सप्रेसवे, और बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर के कारण यह स्थान रणनीतिक रूप से अत्यंत उपयुक्त माना जा रहा है।यह कदम न केवल तकनीकी दृष्टि से भारत की ताकत बढ़ाएगा, बल्कि भविष्य में निवेश, नवाचार और स्टार्टअप संस्कृति को भी बढ़ावा देगा। अब जब दुनिया चिप संकट से जूझ रही है, भारत का यह निर्णय वैश्विक स्तर पर भी उसकी स्थिति को और सशक्त बनाएगा।