
जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती ज़िले सांबा के रतनपुर गांव में आज एक बार फिर संदिग्ध गतिविधि को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। यह घटना उस वक्त घटी जब रतनपुर गांव की एक स्थानीय महिला, संतोष कुमारी ने अपने घर के आंगन में स्थित पानी की टंकी के पास दो संदिग्ध व्यक्तियों को देखा। महिला ने दोनों को टंकी से पानी भरते हुए देखा, जिससे उसकी निगाहें उन पर टिक गईं। महिला ने दोनों से बात की और उनसे पूछा, लेकिन उन्होंने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया। इसके बजाय, उन्होंने महिला से लस्सी माँगते हुए आगे बढ़ जाने की कोशिश की। यह व्यवहार काफी संदिग्ध था, और महिला ने अपनी सतर्कता दिखाते हुए इसे तुरंत मोहल्ले के अन्य लोगों के साथ साझा किया और इसके बाद पुलिस को सूचना दी।पुलिस को सूचना मिलते ही तुरंत कार्रवाई की गई और इलाके में पूरी तरह से सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया गया। सुरक्षाबल और पुलिस विभाग ने संयुक्त रूप से पूरे रतनपुर गांव और आसपास के क्षेत्रों में गहन तलाशी अभियान शुरू किया। साथ ही, सुरक्षा बलों ने संदिग्धों की तलाश के लिए पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी है। स्थानीय पुलिस और बीएसएफ के साथ मिलकर यह ऑपरेशन पूरे क्षेत्र में चल रहा है, और स्थानीय लोगों से अपील की जा रही है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि को पुलिस के साथ साझा करें।इस घटना की गंभीरता और संदिग्ध गतिविधियों को देखते हुए सुरक्षा बलों ने इस इलाके में विशेष ध्यान देने का निर्णय लिया है। खासकर रतनपुर जैसे सीमावर्ती इलाके में, जहां पहले भी आतंकी गतिविधियां देखने को मिली हैं, यह घटना और भी संदिग्ध हो जाती है। यह इलाके आतंकवादियों के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण हो सकते हैं, क्योंकि यह पाकिस्तान की सीमा से सटा हुआ क्षेत्र है और आतंकी संगठनों द्वारा घुसपैठ की आशंका हमेशा रहती है।साल 2024 में इसी जिले के सैड़ा सोहाल गांव में सुरक्षा बलों ने तीन आतंकियों को मार गिराया था, जो गांव में घुसकर पानी मांगने के बहाने सुरक्षा को भेदने की कोशिश कर रहे थे। यह घटना एक बार फिर उस पैटर्न को रेखांकित करती है, जहां आतंकवादी किसी को शक में न डालते हुए सामान्य गतिविधियों के तहत हमला करने की कोशिश करते हैं। ऐसे में रतनपुर गांव में पानी भरने के दौरान दो संदिग्ध व्यक्तियों का देखना और बाद में उनका लस्सी माँगना पुलिस के लिए एक बड़ी चिंता का विषय बन गया है।पुलिस और सुरक्षा बलों का मानना है कि संदिग्धों का उद्देश्य गांव के आसपास के इलाके में घुसने और अपनी गतिविधियों को अंजाम देना हो सकता है। ऐसे में सर्च ऑपरेशन को तेज कर दिया गया है। पुलिस ने आसपास के सभी रास्तों को सील कर दिया है और संदिग्धों को पकड़ने के लिए सभी संभावित मार्गों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।संतोष कुमारी की सतर्कता से इस संदिग्ध गतिविधि का समय रहते पता चलने के कारण सुरक्षा एजेंसियों ने इसे एक महत्वपूर्ण संकेत माना है। उनका कहना है कि स्थानीय लोगों का सहयोग इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है। इसके साथ ही, सुरक्षा बलों ने यह भी कहा है कि क्षेत्र में गश्त बढ़ा दी जाएगी और आगे से ऐसे संदिग्धों के बारे में तुरंत जानकारी दी जाएगी।इस घटना के बाद रतनपुर और उसके आसपास के सभी क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। ड्रोन निगरानी, कंबिंग ऑपरेशन्स और गश्त की गतिविधियाँ तेज कर दी गई हैं ताकि संदिग्धों की जल्द से जल्द पहचान की जा सके। पुलिस ने बताया कि इलाके में मोबाइल सेवा को भी सख्ती से निगरानी में रखा जाएगा ताकि संदिग्ध गतिविधियों पर नियंत्रण रखा जा सके।यह घटना फिर से यह साबित करती है कि जम्मू-कश्मीर जैसे संवेदनशील इलाकों में आम नागरिक की सतर्कता और सुरक्षा बलों की तत्परता आतंकवादियों के खिलाफ लड़ाई में अहम भूमिका निभाती है। अब सवाल यह है कि क्या पुलिस जल्द ही इन संदिग्धों का पता लगा पाएगी और क्या यह दोनों लोग किसी आतंकवादी नेटवर्क का हिस्सा हैं। इन सवालों के जवाब आने वाले समय में सर्च ऑपरेशन और जांच के बाद ही मिल पाएंगे। लेकिन इस समय पूरे रतनपुर गांव में और उसके आसपास के इलाकों में एक बार फिर से सुरक्षा को लेकर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।सुरक्षा बलों और स्थानीय पुलिस की कोशिशों से उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही इस मामले में कोई बड़ी सफलता हासिल होगी और संदिग्धों की पहचान करके उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। यह घटना जम्मू-कश्मीर के अन्य सीमावर्ती इलाकों में सतर्कता बनाए रखने का एक और संकेत देती है, क्योंकि आतंकवादी गतिविधियों को रोकने के लिए हर स्तर पर सावधानी और निगरानी की आवश्यकता है।