मौसम ने फिर बदली करवट, उत्तराखंड के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की बारिश के आसार

उत्तराखंड में मई माह के अंतिम सप्ताह में भी मौसम की करवट जारी है। खासकर प्रदेश के पर्वतीय इलाकों में मौसम लगातार अस्थिर बना हुआ है। बुधवार को भी पहाड़ों में मौसम के इसी बदले रुख की संभावना जताई गई है। मौसम विज्ञान केंद्र, देहरादून की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, आज पर्वतीय जिलों के अधिकांश क्षेत्रों में तेज हवाएं चलने और कहीं-कहीं हल्की बारिश होने के आसार हैं। इसके मद्देनज़र मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है।विशेषज्ञों का कहना है कि यह बदलाव जलवायु परिवर्तन और बदलते मौसमी पैटर्न का परिणाम है। मई, जो आमतौर पर गर्म और सूखा महीना माना जाता है, इस बार पहाड़ी क्षेत्रों में ठंडी हवाओं और रुक-रुक कर हो रही बारिश की वजह से अपेक्षाकृत ठंडा और अस्थिर बना हुआ है।

तापमान में गिरावट, मैदानी इलाकों में बनी रहेगी गर्मी

पर्वतीय इलाकों में तेज हवाओं और बारिश के कारण तापमान में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की जा रही है। स्थानीय लोगों और पर्यटकों को राहत मिल रही है, लेकिन साथ ही तेज हवाएं और अचानक बदलता मौसम जनजीवन को भी प्रभावित कर रहा है।वहीं दूसरी ओर, मैदानी इलाकों – जैसे देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर आदि में गर्मी की तपिश बनी हुई है। दिन के समय धूप तीव्र है, जिससे सामान्य जनजीवन पर प्रभाव पड़ रहा है। हालांकि, मौसम विभाग ने बताया कि बादलों की आंशिक मौजूदगी के कारण तापमान सामान्य से दो से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक ही रहेगा।

24 मई तक ऐसे ही बने रहेंगे हालात

मौसम विभाग के अनुसार, आगामी कुछ दिनों तक राज्य के मौसम में यही उतार-चढ़ाव जारी रहेगा। 24 मई तक पर्वतीय जिलों में कहीं-कहीं हल्की बारिश, तेज हवाएं और गरज-चमक के साथ मौसम में बदलाव बने रहेंगे। लोगों को सलाह दी गई है कि वे अनावश्यक रूप से खुले में यात्रा करने से बचें और मौसम विभाग द्वारा जारी की जाने वाली ताजा चेतावनियों का पालन करें।विशेषज्ञों के अनुसार, यदि यह मौसमी रुझान इसी तरह जारी रहता है, तो आने वाले वर्षों में मई और जून जैसे गर्म महीनों का स्वरूप पूरी तरह बदल सकता है। इससे कृषि, पर्यटन और स्थानीय परिवहन प्रणाली पर भी प्रभाव पड़ सकता है।

यात्रियों और स्थानीय लोगों के लिए सुझाव

  • पर्वतीय क्षेत्रों की यात्रा करने वाले पर्यटकों को हल्की बारिश और तेज हवाओं के मद्देनज़र पूरी सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
  • स्थानीय प्रशासन को सतर्क रहने और किसी भी आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
  • किसानों को सलाह दी गई है कि वे मौसम को देखते हुए फसलों की देखभाल करें और बारिश से बचाव के उपाय अपनाएं।

उत्तराखंड का मौसम इस समय बदलाव के दौर से गुजर रहा है, जो कहीं न कहीं वैश्विक जलवायु परिवर्तन की एक चेतावनी भी है। प्रदेशवासी और पर्यटक, दोनों को ही इस असामान्य मौसम के प्रति सतर्क रहना होगा।

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