
देश के कुछ हिस्सों में एक बार फिर कोविड-19 संक्रमण के मामले सामने आने के बाद उत्तराखंड सरकार ने भी एहतियातन कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। राज्य में स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन को अलर्ट मोड में डाल दिया गया है। विशेष तौर पर बाहरी राज्यों से उत्तराखंड में प्रवेश करने वाले लोगों की सघन निगरानी का आदेश जारी किया गया है।
सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि राज्य की सीमाओं पर स्थित प्रवेश बिंदुओं — जैसे बस अड्डे, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट और मुख्य चेकपोस्ट — पर निगरानी बढ़ा दी गई है। वहां स्वास्थ्य जांच की व्यवस्था के साथ-साथ संदिग्ध लक्षणों वाले यात्रियों को स्क्रीनिंग व जरूरत पड़ने पर आइसोलेशन में भेजने की भी तैयारी की गई है।
उत्तराखंड जैसे पर्यटन-प्रधान राज्य में देश के कोने-कोने से लोग आते हैं, खासकर चारधाम यात्रा, हिल स्टेशनों और धार्मिक स्थलों के लिए। ऐसे में संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सख्ती जरूरी हो गई है। होटल, धर्मशाला और होमस्टे संचालकों को निर्देश दिए गए हैं कि वे आने वाले यात्रियों की ट्रैवल हिस्ट्री और स्वास्थ्य की जानकारी रजिस्टर में दर्ज करें।
स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों में हेल्थ टीम्स को एक्टिव मोड पर डाल दिया है और जरूरत पड़ने पर कोविड टेस्टिंग, आइसोलेशन वार्ड और दवाओं की व्यवस्था को फिर से तेज करने के निर्देश दिए हैं। राज्य के नागरिकों से भी अपील की गई है कि वे सतर्क रहें, मास्क पहनें, भीड़भाड़ से बचें और लक्षण दिखने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर संपर्क करें।
राज्य सरकार के इस रुख से साफ है कि उत्तराखंड कोविड की किसी भी संभावित लहर से पहले ही तैयार रहना चाहता है, ताकि 2020 और 2021 जैसी स्थितियों से बचा जा सके।
✅ मुख्य बिंदु:
- राज्य की सीमाओं पर सख्त निगरानी
- बाहरी राज्यों से आने वालों की ट्रैवल हिस्ट्री की जांच
- होटल व लॉज संचालकों को यात्रियों की जानकारी दर्ज करने का निर्देश
- हेल्थ टीमों को किया गया एक्टिव
- आम जनता से सतर्कता और सहयोग की अपील