
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के चिड़ियाघर में हाल ही में पक्षी फ्लू (बर्ड फ्लू) के खतरे को लेकर सतर्कता बढ़ा दी गई है। इस गंभीर स्थिति के मद्देनजर, चिड़ियाघर प्रशासन ने अपने सभी मांसाहारी जानवरों खासकर बाघ और गुलदारों को दिया जाने वाला चिकन फीड बंद कर दिया है। इसके बजाय जानवरों को ग्रेवी मिक्स बीफ का आहार दिया जा रहा है, जो सुरक्षित और पोषण से भरपूर माना जा रहा है।
पक्षी फ्लू एक संक्रामक बीमारी है जो पक्षियों में फैलती है, लेकिन इसके फैलाव का खतरा अन्य जीवों के लिए भी गंभीर माना जाता है। देहरादून चिड़ियाघर प्रशासन ने संक्रमण के संभावित जोखिम को देखते हुए यह कदम उठाया है ताकि जानवरों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और बीमारी के प्रसार को रोका जा सके।
जानवरों के लिए यह बदलाव अस्थाई है और विशेषज्ञों की सलाह के आधार पर ही आगे की रणनीति तैयार की जाएगी। चिड़ियाघर के निदेशक ने बताया कि जानवरों को पौष्टिक और स्वस्थ आहार दिया जा रहा है ताकि उनकी सेहत में कोई कमी न आए। साथ ही, परिसर में सफाई और सैनिटाइजेशन के उपाय भी बढ़ा दिए गए हैं।
पक्षी फ्लू के बढ़ते मामलों के कारण यह कदम बेहद जरूरी हो गया है, खासकर तब जब देहरादून चिड़ियाघर में देशभर से कई विदेशी और घरेलू प्रजातियों के पक्षी और जानवर मौजूद हैं। प्रशासन यह सुनिश्चित कर रहा है कि संक्रमण का खतरा किसी भी जानवर तक न पहुंचे।
इस बीच, पर्यटकों और आम जनता से भी अनुरोध किया गया है कि वे चिड़ियाघर में जाने के दौरान सभी स्वास्थ्य और सुरक्षा निर्देशों का पालन करें। मास्क पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखना और हाथों की सफाई पर ध्यान देना आवश्यक है ताकि बीमारी के प्रसार को रोका जा सके।
प्रमुख बिंदु:
- देहरादून चिड़ियाघर में बर्ड फ्लू अलर्ट जारी।
- चिकन फीडिंग पर तत्काल रोक लगाई गई।
- बाघ और गुलदारों को ग्रेवी मिक्स बीफ का आहार दिया जा रहा है।
- संक्रमण के खतरे को रोकने के लिए साफ-सफाई और सैनिटाइजेशन बढ़ाया गया।
- पर्यटकों से सुरक्षा उपायों का पालन करने की अपील।