
देवभूमि उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के पवित्र माहौल में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का भव्य आगमन हुआ। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने आध्यात्मिक सफर के तहत बदरीनाथ और केदारनाथ के पवित्र धामों का दौरा किया, जहां उन्होंने श्रद्धा और भक्ति भाव से पूजा-अर्चना की। इस दौरान उन्होंने देवस्थानम बोर्ड के अधिकारियों और स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर यात्रा की व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया।चारधाम यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भगवान बदरीनाथ और भगवान केदारनाथ के मंदिरों में दीप प्रज्वलित कर विशेष पूजा-अर्चना की। उन्होंने श्रद्धालुओं के साथ मिलकर धार्मिक अनुष्ठान किए और भगवान से प्रदेश-देश की खुशहाली व सुख-समृद्धि की कामना की। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने मंदिर परिसर के सौंदर्यीकरण और विकास कार्यों की जानकारी भी प्राप्त की, जिससे श्रद्धालुओं को और बेहतर सुविधाएं मिल सकें।इस अवसर पर उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण और स्थानीय संस्कृति के संवर्धन का भी माध्यम है। उन्होंने कहा कि सरकार पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए बेहतर व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर रही है ताकि सभी यात्री बिना किसी बाधा के अपनी यात्रा पूरी कर सकें। मुख्यमंत्री ने स्थानीय व्यापारियों और सुरक्षा बलों को भी उनके प्रयासों के लिए धन्यवाद दिया।बदरीनाथ और केदारनाथ के पवित्र स्थलों पर हेमंत सोरेन की उपस्थिति से स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं में खुशी और उत्साह की लहर दौड़ गई। उन्होंने कहा कि इस तरह की धार्मिक यात्राएं मानव जीवन में आध्यात्मिक जागरूकता बढ़ाती हैं और मन को शांति प्रदान करती हैं।चारधाम यात्रा का यह चरण मुख्यमंत्री के लिए एक आध्यात्मिक पुनर्नवा होने के साथ-साथ राज्य और केंद्र के बीच धार्मिक-सांस्कृतिक रिश्तों को मजबूत करने का भी माध्यम बन रहा है। उनके इस पवित्र सफर से झारखंड और उत्तराखंड के बीच आपसी समर्पण और सौहार्द बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है।इस प्रकार, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की चारधाम यात्रा ने धार्मिक प्रेमियों के बीच नई उम्मीदें जगाईं और एक सकारात्मक संदेश दिया कि भक्ति और सेवा के रास्ते पर चलकर ही समाज में सौहार्द और शांति स्थापित हो सकती है।