
देहरादून, 31 मई:
उत्तराखंड में मौसम एक बार फिर करवट ले चुका है। मई के अंतिम दिन भी राज्य के विभिन्न इलाकों में बारिश और तेज़ हवाओं का सिलसिला जारी रहा, और मौसम विभाग ने संकेत दिए हैं कि जून की शुरुआत भी इसी बिगड़े हुए मौसम के साथ होगी। पर्वतीय और मैदानी इलाकों में बादलों की गड़गड़ाहट, हल्की से मध्यम बारिश और तापमान में गिरावट ने लोगों को गर्मी से राहत तो दी है, लेकिन इससे जनजीवन पर खासा असर पड़ा है।मौसम विभाग के अनुसार, अगले 48 घंटे राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश, आंधी और बिजली गिरने की संभावना है। विशेष रूप से उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, पौड़ी, पिथौरागढ़, बागेश्वर और देहरादून जैसे जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है। स्थानीय प्रशासन को सतर्क रहने और आपदा प्रबंधन से जुड़ी तैयारियां मजबूत करने के निर्देश दिए गए हैं।
कृषि और यात्रियों पर असर
बारिश का असर कृषि गतिविधियों पर भी दिखने लगा है। जहां एक ओर किसानों को थोड़ी राहत महसूस हो रही है, वहीं अत्यधिक नमी और तेज़ हवाओं के कारण खेतों में नुकसान की भी आशंका जताई जा रही है। पहाड़ी क्षेत्रों में जारी बारिश के चलते चारधाम यात्रा पर भी असर पड़ा है। बद्रीनाथ, केदारनाथ और यमुनोत्री मार्गों पर कुछ स्थानों पर फिसलन और मलबा आने की खबरें हैं। प्रशासन ने यात्रियों से सतर्कता बरतने और मौसम की स्थिति देखकर ही यात्रा करने की अपील की है।
स्कूलों और दफ्तरों पर भी प्रभाव
राज्य के कुछ इलाकों में लगातार हो रही बारिश के कारण स्कूलों में उपस्थिति कम देखी जा रही है। कई स्थानों पर दफ्तरों में कर्मचारियों की आवाजाही पर भी असर पड़ा है। सुबह-शाम के समय तेज़ हवाएं और भारी बादल आम जनजीवन को प्रभावित कर रहे हैं।
मौसम वैज्ञानिकों की राय
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, इस बार पश्चिमी विक्षोभ और बंगाल की खाड़ी में बन रहे सिस्टम के कारण उत्तर भारत, खासकर उत्तराखंड में मानसून से पहले की बारिश का प्रभाव सामान्य से अधिक देखा जा रहा है। वैज्ञानिकों का कहना है कि अगले कुछ दिनों तक इसी तरह का मौसम बना रह सकता है और तापमान सामान्य से नीचे रह सकता है।
जनता को सुझाव
प्रशासन और मौसम विभाग की ओर से नागरिकों को सलाह दी गई है कि वे मौसम अपडेट्स पर नज़र बनाए रखें, अनावश्यक यात्रा से बचें और बिजली गिरने की संभावना वाले क्षेत्रों में सतर्क रहें। पर्वतीय इलाकों में जाने वाले यात्रियों को सुझाव दिया गया है कि वे मौसम साफ होने के बाद ही यात्रा करें और स्थानीय प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें। उत्तराखंड में मौसम का मिज़ाज जून की शुरुआत में भी बिगड़ा रहेगा। लगातार हो रही बारिश ने जहाँ गर्मी से राहत दी है, वहीं कई क्षेत्रों में जनजीवन को प्रभावित किया है। मौसम विभाग और प्रशासन की चेतावनियों को गंभीरता से लेने की आवश्यकता है ताकि किसी भी प्रकार की आपदा से बचा जा सके।