
पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर शाहिद अफरीदी एक बार फिर विवादों के केंद्र में आ गए हैं। हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने आतंकवाद के खिलाफ कड़ा ऑपरेशन ‘सिंदूर’ चलाया था, जिसमें कई आतंकियों का सफाया किया गया। इस ऑपरेशन के तुरंत बाद अफरीदी ने भारतीय सेना और भारत के खिलाफ बेहद विवादास्पद और आपत्तिजनक बयान दिए थे, जो पूरे देश में गुस्से और नाराजगी का कारण बने। उन्होंने भारतीय सुरक्षा बलों की कड़ी आलोचना करते हुए कहा था कि भारतीय सेना असफल रही और वहां की सुरक्षा व्यवस्था लचर है। इन बयानों ने भारत में उनकी छवि को बेहद खराब कर दिया था और लोगों ने उन्हें देश विरोधी बताया।
लेकिन अब एक नया विवाद उस समय जन्म लिया जब शाहिद अफरीदी को दुबई में केरल समुदाय के लोगों ने जोरदार सम्मान और भव्य स्वागत दिया। यह स्वागत समारोह दुबई में एक कार्यक्रम के दौरान आयोजित किया गया, जहां अफरीदी को ‘बूम बूम’ के नारों के साथ सम्मानित किया गया। इस स्वागत की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं, जिसने भारत में एक बार फिर से उनके प्रति गुस्से और सवालों को जन्म दिया है।
लोग पूछ रहे हैं कि ऐसे व्यक्ति को, जिसने भारत के खिलाफ कड़े शब्दों में बात की हो और भारतीय सैनिकों की बहादुरी पर सवाल उठाए हों, इतना सम्मान क्यों दिया जा रहा है। केरल समिति के इस कदम को लेकर अब उनके इरादों पर भी गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। क्या उन्हें शाहिद अफरीदी के भारत विरोधी बयानों की जानकारी नहीं थी? या जान-बूझकर ऐसे व्यक्ति का सम्मान किया गया जो भारतीय जनता की भावनाओं के खिलाफ है?
वीडियो पर लोगों के गुस्से का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि रिटायर्ड लेफ्टिनेंट कर्नल सुशील सिंह श्योराण ने सोशल मीडिया पर लिखा, “शाहिद अफरीदी जो आतंकियों का समर्थन करता है और भारतीय सुरक्षा बलों की आलोचना करता है, उसका दुबई में केरल समुदाय द्वारा स्वागत होना शर्मनाक है। यह देखकर मेरा खून खौल उठता है। हमारी सीमा पर तैनात सैनिक जब इसे देखेंगे तो क्या सोचेंगे? वह भारत का सबसे बड़ा दुश्मन है। ये देखकर बहुत दुख होता है।”
पहलगाम के आतंकवादी हमले में 26 मासूम नागरिकों की मौत हुई थी। इस दिल दहला देने वाली घटना के ठीक बाद अफरीदी ने पाकिस्तानी टेलीविजन पर बयान देते हुए कहा था कि भारतीय सेना इस सुरक्षा व्यवस्था में नाकाम रही है। उन्होंने कहा, “तुम लोगों की 8 लाख की फौज है कश्मीर में और यह हो गया। इसका मतलब या तो तुम लोग नालायक हो या निकम्मे हो कि सुरक्षा नहीं दे सके।”
इन बयानों के बाद से अफरीदी की भारत में छवि खराब हो गई है और उनकी हरकतों को देश विरोधी माना जाता है। ऐसे में उनके दुबई में केरल समिति द्वारा किए गए भव्य स्वागत ने देश में गहरा असंतोष पैदा कर दिया है और सवाल उठाए हैं कि क्या हमारे समाज में ऐसे लोगों का सम्मान करना उचित है जो देश के सैनिकों और देश की सुरक्षा पर सवाल उठाते हैं। इस पूरे मामले ने दो देशों के बीच तनाव और भावनाओं को और भड़काने का काम किया है।
यह मामला सोशल मीडिया और राजनीतिक मंचों पर भी गर्माता जा रहा है, जहां कई लोगों ने केरल समिति की आलोचना की है और उनसे सफाई मांगी है। देश के कई हिस्सों में यह मुद्दा चर्चा का विषय बना हुआ है और लोग इस पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। आने वाले दिनों में इस विवाद का राजनीतिक और सामाजिक दोनों स्तरों पर बड़ा असर देखने को मिल सकता है।