
देहरादून: उत्तराखंड में जहां एक ओर गर्मी अपने चरम पर पहुंच चुकी है, वहीं दूसरी ओर प्रदेशवासियों के लिए राहत की खबर है। इस बार मानसून तय समय से लगभग छह दिन पहले दस्तक देने जा रहा है, जिससे तापमान में गिरावट और मौसम में ठंडक आने की संभावना है। मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि 11 जून को राज्य के कई जिलों में हल्की बारिश के साथ मानसून का आगमन हो सकता है।
हालांकि, मानसून से पहले गर्मी ने एक बार फिर अपने तीखे तेवर दिखाए। मंगलवार को देहरादून का अधिकतम तापमान सामान्य से चार डिग्री अधिक 39.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस सीजन का अब तक का सबसे अधिक तापमान है। केवल दिन में ही नहीं, बल्कि रात के समय भी गर्म हवाओं ने लोगों को चैन से सोने नहीं दिया। न्यूनतम तापमान 25.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से 2.5 डिग्री अधिक था। इसका असर यह हुआ कि रात भर उमस और गर्म हवाओं ने आम जनजीवन को खासा प्रभावित किया।देहरादून समेत पूरे राज्य में पिछले कुछ दिनों से तापमान में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है। हालांकि मई और जून की शुरुआत में हुई बर्फबारी और बारिश ने कुछ हद तक गर्मी से राहत दी थी, लेकिन जैसे ही आसमान साफ हुआ, धूप ने फिर से अपना असर दिखाना शुरू कर दिया। राजधानी देहरादून के साथ-साथ राज्य के पहाड़ी और मैदानी इलाकों में भी लू जैसे हालात बने हुए हैं।
आज से बदलेगा मौसम का मिज़ाज
मौसम विज्ञान केंद्र, देहरादून की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार, 11 जून को देहरादून, उत्तरकाशी, चमोली, बागेश्वर, अल्मोड़ा, चम्पावत, नैनीताल और पिथौरागढ़ जिलों में हल्की बारिश की संभावना जताई गई है। इसके साथ ही येलो अलर्ट भी जारी किया गया है, जिसमें लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। वहीं, मैदानी इलाकों में 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं, जिससे धूलभरी आंधी और दृश्यता में कमी की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
16 जून तक बना रहेगा मौसम का उतार-चढ़ाव
मौसम विभाग का कहना है कि प्रदेश में 16 जून तक रुक-रुक कर हल्की बारिश और तेज हवाएं चलने की संभावना बनी हुई है। यह परिवर्तन मानसून के सक्रिय होने की ओर संकेत करता है। इसके चलते तापमान में गिरावट आने की उम्मीद है और लोगों को गर्मी से कुछ राहत मिल सकती है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि इस बार पूरा मानसून सीजन सामान्य से लगभग छह प्रतिशत अधिक बारिश लेकर आ सकता है, जो कि राज्य की कृषि और जलस्तर के लिहाज से एक शुभ संकेत है।
मानसून की जल्दी दस्तक – एक सुखद संकेत
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, उत्तराखंड में मानसून सामान्यत: 17 जून के आसपास प्रवेश करता है, लेकिन इस बार यह लगभग छह दिन पहले यानी 11 जून को दस्तक दे रहा है। यह राज्य के लिए एक सकारात्मक संकेत है, खासकर कृषि कार्यों की शुरुआत के लिहाज से। मानसून की जल्दी शुरुआत से किसानों को खरीफ फसल की बुवाई समय पर करने में मदद मिलेगी और जलस्तर में भी सुधार की उम्मीद की जा सकती है। उत्तराखंड में तेज गर्मी और लू के थपेड़ों से परेशान लोगों के लिए मानसून की दस्तक एक बड़ी राहत लेकर आएगी। गर्म हवाओं और उमस के बीच अब बारिश की फुहारें लोगों को राहत देने के लिए तैयार हैं। अगले कुछ दिनों में मौसम का मिज़ाज पूरी तरह बदलने वाला है और उम्मीद की जा रही है कि यह मानसून प्रदेश के लिए लाभकारी सिद्ध होगा — न केवल आम जनता के लिए, बल्कि कृषि और जल प्रबंधन के लिहाज से भी।