
तेलंगाना में सामने आए बहुचर्चित फोन टैपिंग मामले में अब केंद्र सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री बांदी संजय की गवाही होने जा रही है, जिससे यह मामला और गंभीर होता जा रहा है। बताया जा रहा है कि तेलंगाना पुलिस ने केंद्रीय राज्य मंत्री बांदी संजय को गवाह के तौर पर पेश होने का नोटिस भेजा है। पुलिस ने मंत्री से संपर्क कर उनके बयान दर्ज करने के लिए उपयुक्त समय देने की मांग की है, जिस पर जल्द ही बांदी संजय समय तय कर गवाही दर्ज कराने को तैयार होंगे।यह मामला बीआरएस (तेलंगाना राष्ट्र समिति) की पिछली सरकार के कार्यकाल से जुड़ा है, जिस पर आरोप हैं कि उसने बड़े पैमाने पर गैरकानूनी रूप से राजनीतिक नेताओं, पत्रकारों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, अधिकारियों और आम नागरिकों के फोन टैप किए। आरोप है कि पूर्व सरकार के कुछ अधिकारियों ने सत्ता का दुरुपयोग करते हुए नागरिकों की निजता का उल्लंघन किया और उनकी फोन पर हो रही बातचीत को रिकॉर्ड किया।बांदी संजय, जो कि बीजेपी के कद्दावर नेता और वर्तमान में केंद्रीय राज्य मंत्री हैं, ने इस मामले को सबसे पहले सार्वजनिक किया था और गंभीर आरोप लगाए थे कि बीआरएस सरकार ने राजनीतिक हितों की पूर्ति के लिए गैरकानूनी फोन टैपिंग करवाई थी। उन्होंने कहा था कि इस प्रकार की गतिविधियाँ न केवल लोकतंत्र के लिए खतरा हैं, बल्कि यह नागरिकों के मौलिक अधिकारों का भी हनन है।फोन टैपिंग मामले की जांच के दौरान कई पुलिस अधिकारियों को निलंबित किया जा चुका है और कुछ को गिरफ्तार भी किया गया है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में इस केस में कई और बड़े खुलासे हो सकते हैं। केंद्रीय मंत्री का बयान इस जांच में एक महत्वपूर्ण कड़ी जोड़ सकता है और इससे मामले की गंभीरता और गहराई को लेकर जांच एजेंसियां और अधिक सक्रिय हो गई हैं।इस मामले में तेलंगाना सरकार की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं और केंद्र सरकार भी इस मुद्दे पर पैनी नजर बनाए हुए है। बांदी संजय की गवाही से यह मामला न केवल कानूनी मोड़ ले सकता है, बल्कि इसका असर तेलंगाना की वर्तमान राजनीति पर भी पड़ सकता है।