
नेटफ्लिक्स की बहुचर्चित कोरियन सीरीज ‘स्क्विड गेम’ के तीसरे और संभवतः अंतिम सीजन का इंतज़ार कर रहे दर्शकों के लिए 27 जून की तारीख खास रही। सीरीज के पहले दो सीजन ने दुनियाभर में तहलका मचाया था — क्रूर खेलों, सामाजिक टिप्पणी और अविश्वसनीय मोड़ों के लिए इसे याद किया गया। ऐसे में तीसरे सीजन से फैंस की उम्मीदें आसमान छू रही थीं। लेकिन क्या ‘स्क्विड गेम सीजन 3’ इन उम्मीदों पर खरा उतर सका?
कहानी वहीं से शुरू, जहां टूटा था दिल
तीसरे सीजन की कहानी वहां से शुरू होती है जहां सीजन 2 खत्म हुआ था। खिलाड़ी 456, यानी गी-हुन, अब पहले से ज्यादा टूटा हुआ, आक्रोश से भरा और बदले की भावना से ग्रसित है। वह फिर उसी जानलेवा खेल में उतरता है जिसे एक बार जीत चुका है। फर्क सिर्फ इतना है कि इस बार खेल और भी खतरनाक है, और हर मोड़ पर मौत एक नई शक्ल में सामने खड़ी है।मगर कहानी का टोन इस बार बेहद भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक हो गया है। गी-हुन का टूटना, उसकी मानसिक स्थिति, और खेल में शामिल अन्य किरदारों की पीड़ाएं इस बार ज्यादा फोकस में हैं — और यहीं से कुछ दर्शकों के लिए यह सीजन भारी पड़ने लगता है।
सोशल मीडिया पर बंटे हुए रिएक्शन
जैसे ही पहले छह एपिसोड स्ट्रीमिंग पर आए, ट्विटर (अब एक्स) और इंस्टाग्राम पर प्रतिक्रियाएं उमड़ने लगीं। एक यूजर ने लिखा, “ये सीजन एंटरटेन नहीं करता, ये आपको अंदर से हिला देता है। यह इमोशनल टॉर्चर है!” वहीं, दूसरे ने लिखा, “एक ही एपिसोड में 4 अहम किरदारों की मौत? अब ये थ्रिल नहीं, क्रूरता है।”#SquidGame3 #SquidGameSeason3 ट्रेंड करने लगे, लेकिन इसके साथ ही आलोचनाओं का दौर भी चला। कुछ लोगों ने इसे बेहतरीन कहा, कुछ ने इसे “ओवरड्रामा” बताया, और कुछ ने इसकी कहानी की अस्थिरता और अव्यवस्थित स्क्रिप्ट पर सवाल उठाए।
अभिनय ने छोड़ी गहरी छाप
कहानी भले ही मिश्रित प्रतिक्रिया पा रही हो, लेकिन किरदारों के अभिनय ने एक बार फिर दर्शकों का दिल जीत लिया है।
- यिम सी-वॉन ने “म्युंग-गी” के किरदार में ऐसा गुस्सैल और जटिल अभिनय किया है कि दर्शक उन्हें नफरत करते हुए भी उनके अभिनय की तारीफ करते हैं।
- कांग हा-न्यूल की संयमित परफॉर्मेंस एक स्थायित्व देती है, जबकि
- पार्क सुंग-हून का ट्रांसवुमन किरदार सीजन की सबसे इमोशनल परत बन जाता है।
- जो यू-री, जो एक गर्भवती खिलाड़ी “जून-ही” के रोल में हैं, उनका साहस और दृढ़ता दर्शकों को गहराई से जोड़ने में सफल होती है।
क्या कहानी का संतुलन बिगड़ा?
इस सीजन की सबसे बड़ी आलोचना इसकी स्क्रिप्ट और प्लॉट बैलेंसिंग को लेकर है। एक साथ कई प्लॉट और फ्लैशबैक जोड़ने की कोशिश में कई अहम किरदारों की गहराई छिन गई है। कुछ एपिसोड में कहानी तेजी से भागती है, तो कुछ में ठहराव इतना ज्यादा है कि दर्शक ऊबने लगते हैं।इस बार लेखक और निर्देशक ने मनोवैज्ञानिक पहलुओं, सामाजिक विवेचनाओं और भावनात्मक गहराई को ज्यादा प्राथमिकता दी है — जो ‘थ्रिल’ की तलाश में बैठे दर्शकों को कुछ खास रास नहीं आ रही।
निष्कर्ष: एक साहसी प्रयोग, लेकिन हर दर्शक के लिए नहीं
‘स्क्विड गेम सीजन 3’ मनोरंजन की उस पारंपरिक परिभाषा को चुनौती देता है, जिसे सिर्फ एक्शन और ट्विस्ट के रूप में देखा जाता है। यह सीजन अधिक भावनात्मक, जटिल और मनोवैज्ञानिक तौर पर भारी है। ऐसे में यह उन दर्शकों के लिए है जो किरदारों की यात्रा और उनके मानसिक संघर्षों को समझना और महसूस करना चाहते हैं।हालांकि, थ्रिल और शॉक वैल्यू की तलाश में जुटे दर्शकों को यह सीजन अधूरा और निराशाजनक लग सकता है।