“कानून की छांव में दरिंदगी: कॉलेज बना खौफ का अड्डा, पीड़िता की चीखों से दहला कोलकाता”

पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता से सामने आई यह घटना सिर्फ एक कानून की छात्रा के साथ हुई दरिंदगी नहीं, बल्कि समूचे शिक्षा जगत और समाज को झकझोर देने वाला हादसा है। कस्बा इलाके के एक प्रतिष्ठित लॉ कॉलेज में पढ़ने वाली छात्रा के साथ 25 जून की रात सामूहिक दुष्कर्म किया गया। घटना के बाद जहां पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया, वहीं यह मामला अब एक बड़ा सामाजिक और राजनीतिक मुद्दा बन चुका है।

📍 क्या है पूरा मामला?

जानकारी के अनुसार, पीड़िता 25 जून को कॉलेज परिसर में किसी काम से पहुंची थी। शाम करीब 7:30 बजे से लेकर रात 11 बजे तक उसे कॉलेज के ही गार्ड रूम में बंद करके तीन युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में एक—मोनोजीत मिश्रा—कॉलेज का पूर्व छात्र और पूर्व छात्र इकाई अध्यक्ष है, जबकि दो अन्य आरोपी जैब अहमद (19 वर्ष) और प्रमित मुखर्जी (20 वर्ष) वर्तमान में उसी कॉलेज के छात्र हैं।पीड़िता ने अपने बयान में बताया कि तीनों आरोपियों ने उसे गेट बंद कर एक कमरे में जबरन कैद किया और उसके साथ कुकर्म किया। इस दौरान उसे धमकाया गया, ब्लैकमेल किया गया और उसकी अश्लील वीडियो भी बनाई गई। उसने यह भी खुलासा किया कि उसे मारने की धमकी दी गई और कहा गया कि उसके दोस्त और परिवार को नुकसान पहुंचाया जाएगा यदि उसने इस घटना की शिकायत की।

🛑 ‘गार्ड रूम में ले जाकर किया रेप, वीडियो बनाकर दी धमकी’ – पीड़िता की आपबीती

पीड़िता का बयान रूह कंपा देने वाला है। उसने पुलिस को बताया कि वह बार-बार आरोपियों से छोड़ने की मिन्नतें करती रही। उसने उनके पैर तक छुए, लेकिन उन्होंने कोई रहम नहीं दिखाया। जब वह कमरे से भागने की कोशिश कर रही थी तो एक आरोपी ने हॉकी स्टिक से उसे मारने की कोशिश की। “उन्होंने गेट बंद कर दिया था और गार्ड भी मेरी मदद नहीं कर रहा था,” पीड़िता ने बताया।उसने कहा कि जबरन संबंध बनाते समय उसका वीडियो बनाया गया और कहा गया कि यदि उसने विरोध किया तो वह वीडियो सार्वजनिक कर दिया जाएगा। “मैंने कहा कि मैं एक रिश्ते में हूं और अपने बॉयफ्रेंड से प्यार करती हूं, फिर भी उन्होंने मेरी बात नहीं मानी,” उसने बयान में कहा।

🧑‍⚖️ तीनों आरोपी पुलिस रिमांड में, कोर्ट ने दी 2 जुलाई तक हिरासत

पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर 27 जून को अलीपुर कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने आरोपियों को 2 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है। फिलहाल पुलिस पीड़िता का मेडिकल परीक्षण करवा रही है और कॉलेज परिसर से CCTV फुटेज व अन्य सबूत इकट्ठा किए जा रहे हैं।

⚖️ भाजपा ने ममता सरकार को लिया निशाने पर

इस मामले ने राजनीतिक तूल भी पकड़ लिया है। भाजपा नेता अमित मालवीय ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए ममता बनर्जी सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि आरोपियों में से एक तृणमूल कांग्रेस (TMC) से जुड़ा है, हालांकि उन्होंने अपने दावे के समर्थन में कोई सबूत पेश नहीं किया।मालवीय ने लिखा, “पश्चिम बंगाल महिलाओं के लिए एक दुःस्वप्न बन चुका है। अपराधियों को ममता सरकार का संरक्षण मिल रहा है। यह घटनाएं अब एक सामान्य त्रासदी बन चुकी हैं।”

👩‍⚖️ राष्ट्रीय महिला आयोग हुआ सक्रिय

राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने इस मामले में स्वतः संज्ञान लेते हुए कोलकाता पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखा है और पीड़िता को उचित मुआवजा, मानसिक और कानूनी सहायता देने की बात कही है। आयोग ने तीन दिनों के भीतर एक विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।

🔁 आरजी कर मेडिकल कांड की यादें फिर ताजा

इस घटना ने पिछले साल हुई एक अन्य जघन्य वारदात की याद दिला दी, जब आरजी कर मेडिकल कॉलेज की एक जूनियर डॉक्टर के साथ बलात्कार कर उसकी हत्या कर दी गई थी। वह मामला भी पूरे देश में सुर्खियों में रहा और अब यह नया केस एक बार फिर पश्चिम बंगाल में महिला सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है।


निष्कर्ष:
यह घटना सिर्फ एक पीड़िता की चीख नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए एक चेतावनी है। एक ऐसा कॉलेज जहां न्याय और कानून की पढ़ाई होती है, वहां यदि एक छात्रा के साथ ऐसा व्यवहार हो सकता है, तो यह पूरे सिस्टम की विफलता है। अब सवाल उठता है कि क्या इस बार भी पीड़िता को न्याय मिलेगा या यह केस भी सुर्खियों में रहकर गुमनामी में चला जाएगा?

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