
शनिवार सुबह उत्तराखंड में हुई तेज बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया। भारी वर्षा के चलते नदियां और नाले उफान पर आ गए, जिससे विभिन्न स्थानों पर जलभराव की स्थिति बन गई। ऋषिकेश मार्ग पर भी जगह-जगह बरसाती मलबा और जलभराव देखा गया, जिससे राहगीरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।सबसे ज्यादा चौंकाने वाली स्थिति उस समय सामने आई जब एयरपोर्ट के अंदर से भारी मात्रा में पानी निकलकर आसपास के रिहायशी इलाकों में घुस गया। पानी की तेज़ रफ्तार को देखते हुए एयरपोर्ट के पिछले गेट को खोलना पड़ा ताकि पानी की निकासी किसी तरह की जा सके। भाजपा नेता संजीव सैनी के अनुसार, एयरपोर्ट से आए पानी के कारण पास में रहने वाले पुष्कर सिंह नेगी और विक्रम सिंह नेगी के घरों में पानी घुस गया। इस जलभराव के चलते उनके घर का सामान भीग गया और उन्हें आर्थिक नुकसान झेलना पड़ा।नगर पालिका की टीम ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए विभिन्न प्रभावित क्षेत्रों में जेसीबी मशीनों की मदद से मलबा हटाया और जल निकासी की व्यवस्था को पुनः सुचारू किया। अठुरवाला क्षेत्र के मोलधार में बनी पुलिया के नीचे कूड़ा और बरसाती मलबा जमा होने से वहां से बरसाती पानी ओवरफ्लो होकर घरों और दुकानों के अंदर घुस गया। तत्परता दिखाते हुए प्रशासन ने जेसीबी से पुलिया को हटाकर पानी की निकासी करवाई।इस बीच, क्षेत्र की प्रमुख नदी सुसवा भी भारी बारिश के चलते उफान पर दिखी, जिससे आसपास के इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बनते नजर आए।स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे बारिश के दौरान सतर्क रहें और जोखिम भरे क्षेत्रों में जाने से बचें। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे तक और बारिश की संभावना जताई है, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो सकती है।