
दसूहा, होशियारपुर (पंजाब), 7 जुलाई 2025 — पंजाब के होशियारपुर जिले के अंतर्गत आने वाले दसूहा क्षेत्र में सोमवार को एक भीषण सड़क हादसे ने पूरे इलाके को दहला दिया। हाजीपुर से दसूहा जा रही एक मिनी बस अनियंत्रित होकर पलट गई, जिसमें अब तक 8 यात्रियों की मौत और 32 से अधिक के घायल होने की पुष्टि हुई है। हादसा दसूहा-हाजीपुर रोड पर स्थित सगरा अड्डा के पास हुआ।
बस में थे 40 यात्री, अचानक बिगड़ा संतुलन
मिली जानकारी के अनुसार, दुर्घटना के समय बस में करीब 40 यात्री सवार थे। प्रत्यक्षदर्शियों और प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार, बस की गति काफी तेज थी, जिस कारण चालक वाहन पर से नियंत्रण खो बैठा। तेज रफ्तार में फिसलते हुए बस सड़क किनारे पलट गई, जिससे बस में बैठे कई यात्री बाहर गिर गए और कई अंदर फंसे रह गए।
घटना के बाद अफरा-तफरी, तुरंत शुरू हुआ बचाव कार्य
हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंची और बचाव कार्य युद्धस्तर पर शुरू किया गया। मौके पर मौजूद स्थानीय लोगों ने भी तुरंत मदद करते हुए घायल यात्रियों को बाहर निकाला।घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए दसूहा के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिनमें से कई की हालत गंभीर बताई जा रही है। अस्पताल प्रशासन और मेडिकल टीम घायलों की लगातार निगरानी कर रही है।
पुलिस कर रही है जांच, दुर्घटना के कारणों पर संशय बरकरार
मुकेरियां के पुलिस उपाधीक्षक कुलविंदर सिंह विर्क ने जानकारी दी कि हादसे के पीछे की असली वजह का अभी पुख्ता पता नहीं चल पाया है, लेकिन शुरुआती जांच में बस की तेज गति को हादसे का कारण माना जा रहा है। पुलिस ने कहा है कि घटना की गंभीरता से जांच की जाएगी और यदि बस चालक की लापरवाही सामने आती है तो कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
विधायक ने जताया शोक, घायलों से की मुलाकात
इस हादसे को लेकर क्षेत्र में शोक और आक्रोश का माहौल है। दसूहा के विधायक एडवोकेट कर्मवीर सिंह घुम्मण ने इस दुखद घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया और सिविल अस्पताल पहुंचकर घायलों से मुलाकात की। उन्होंने कहा,
“यह एक अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और पीड़ादायक घटना है। सरकार की ओर से हरसंभव सहायता पीड़ितों को दी जाएगी।”उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देश दिया है कि घायलों के इलाज में कोई कमी न छोड़ी जाए, और मृतकों के परिवारों को शीघ्र मुआवज़ा दिया जाए।
शवों की शिनाख्त और पोस्टमार्टम प्रक्रिया जारी
पुलिस ने कहा है कि मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और शिनाख्त की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। घायलों में कुछ की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है, जिससे मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता।
स्थानीय लोगों की मांग – स्पीड लिमिट और बसों की फिटनेस पर सख्ती
इस दुर्घटना के बाद क्षेत्रीय लोग तेज रफ्तार वाहनों और लापरवाह ड्राइविंग को लेकर नाराज़ हैं। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि इस मार्ग पर स्पीड लिमिट लागू की जाए, और बसों की फिटनेस की सख्त जांच की जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
यह दर्दनाक हादसा न केवल कई परिवारों को गमगीन कर गया, बल्कि यह भी याद दिला गया कि सड़क सुरक्षा और नियमों के पालन की कितनी ज़रूरत है। पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए प्रदेशवासी सरकार से जल्द न्याय और सहायता की उम्मीद कर रहे हैं।