
बलरामपुर, उत्तर प्रदेश | 9 जुलाई 2025
उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जनपद में प्रेमजाल के ज़रिए हिंदू युवतियों का मतांतरण कराने वाले एक संगठित गिरोह पर प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मंगलवार सुबह नीतू रोहरा के आलीशान आवास पर बुलडोजर चला दिया। यह कार्रवाई उस वक्त हुई जब प्रशासन को पता चला कि नीतू, मतांतरण मामले के मास्टरमाइंड जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा के साथ लंबे समय से संपर्क में थी और उसी के संरक्षण में रह रही थी।
प्रेमजाल, साजिश और धर्मांतरण: गिरोह का खुलासा
पुलिस सूत्रों के अनुसार, उतरौला के मधपुर गांव निवासी जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा पर आरोप है कि वह खुद को बाबा बताकर युवतियों को अपने चंगुल में फंसाता था और फिर उन्हें धार्मिक रूप से परिवर्तित करने के लिए मानसिक व भावनात्मक दबाव बनाता था। जांच में यह भी सामने आया है कि इस पूरे नेटवर्क में नीतू की भूमिका काफी अहम रही है। वह महिलाओं और लड़कियों से संपर्क साधने में मदद करती थी और कथित तौर पर उन्हें “बाबा” के पास ले जाया करती थी।
नीतू रोहरा का ठिकाना बना साजिश का केंद्र?
नीतू नवीन रोहरा, जो नवीन रोहरा की पत्नी है, वर्तमान में छांगुर बाबा के साथ रह रही थी। स्थानीय खुफिया एजेंसियों और पुलिस को सूचना मिली थी कि उसके निजी आवास को मतांतरण गतिविधियों के संचालन के लिए सुरक्षित ठिकाने के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है। मंगलवार सुबह प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए उस आवास को अवैध निर्माण घोषित कर बुलडोजर की मदद से ढहा दिया।
प्रशासन सख्त, आगे भी होगी कार्रवाई
जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि कानून व्यवस्था को चुनौती देने वाले किसी भी व्यक्ति या गिरोह को बख्शा नहीं जाएगा। मतांतरण जैसी संवेदनशील और संगीन साजिश में शामिल लोगों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) और गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जा सकती है।
बलरामपुर के डीएम और एसपी ने संयुक्त रूप से बताया कि यह कार्रवाई पूर्व सूचना और साक्ष्यों के आधार पर की गई है। इसके पीछे किसी भी तरह की राजनीति नहीं है, बल्कि राज्य सरकार की “जीरो टॉलरेंस” नीति का पालन करते हुए यह कार्रवाई अंजाम दी गई।
स्थानीय लोगों में राहत, इलाके में सन्नाटा
नीतू के घर पर हुई इस बड़ी कार्रवाई के बाद स्थानीय लोगों में राहत का माहौल है। वर्षों से नीतू और बाबा की गतिविधियों को लेकर लोगों में संदेह था, लेकिन कोई खुलकर बोलने को तैयार नहीं था। अब प्रशासन की सख्ती के बाद लोग खुलकर अपने अनुभव साझा कर रहे हैं और कई अन्य मामलों की जानकारी भी सामने आ रही है।
राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रिया
यह मामला सामने आने के बाद राज्य में राजनीतिक हलचल भी देखी जा रही है। कुछ संगठनों ने प्रशासन की तारीफ की है, वहीं कुछ अन्य इसे धार्मिक मुद्दा बनाकर भड़काने की कोशिश बता रहे हैं। लेकिन फिलहाल प्रशासन पूरे मामले को सुरक्षा और कानून व्यवस्था की दृष्टि से देख रहा है। उत्तर प्रदेश में प्रेमजाल, मतांतरण और फर्जी बाबाओं के नाम पर चल रहे नेटवर्क पर सरकार ने अब सर्जिकल स्ट्राइक शुरू कर दी है। नीतू की कोठी पर चली कार्रवाई इस बात का संकेत है कि प्रशासन अब सिर्फ गिरफ्तारी नहीं, बल्कि अवैध नेटवर्क की जड़ें उखाड़ने के मूड में है। आने वाले दिनों में इस गिरोह से जुड़े और भी कई चेहरों का भंडाफोड़ होने की संभावना है।