
चमोली, उत्तराखंड | 9 जुलाई 2025
उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही मूसलधार बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। भारी बारिश के कारण राज्य के कई जिलों में भू-स्खलन, जलभराव और बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। इसी कड़ी में मंगलवार सुबह एक और गंभीर घटना सामने आई है — चमोली जिले के विकासखंड नंदानगर के ग्राम धुरमा में बादल फटने की पुष्टि हुई है।
प्राकृतिक आपदा के बाद बढ़ी चिंता, नदी में आया भारी उफान
प्राप्त प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, मंगलवार की सुबह लगभग 6 बजे धुरमा गांव के ऊपर पहाड़ी क्षेत्र में बादल फटा, जिससे अचानक भारी मात्रा में पानी नीचे बहता हुआ मोक्ष गंगा नदी में समा गया। देखते ही देखते नदी का जलस्तर खतरनाक तरीके से बढ़ गया और उसने विकराल रूप धारण कर लिया। नदी के किनारे बसे निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं।स्थानीय लोगों का कहना है कि पानी इतनी तेजी से आया कि उन्हें संभलने तक का मौका नहीं मिला। कई लोगों के घरों में पानी घुस गया है, जिससे घरेलू सामान और फसलें बर्बाद होने की आशंका जताई जा रही है। हालांकि, फिलहाल किसी भी प्रकार की जनहानि या गंभीर नुकसान की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
SDRF की टीम मौके के लिए रवाना, प्रशासन अलर्ट पर
जैसे ही प्रशासन को इस घटना की जानकारी मिली, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) की टीम को त्वरित रूप से मौके के लिए रवाना कर दिया गया। प्रशासन ने स्थानीय लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है और निचले इलाकों से लोगों को हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।चमोली जिला प्रशासन की निगरानी में राहत व बचाव कार्य के लिए स्थानीय प्रशासन, पुलिस और राजस्व विभाग की टीमें सक्रिय रूप से काम कर रही हैं। जल स्तर की लगातार निगरानी की जा रही है और लोगों से अपील की गई है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें।
मौसम विभाग ने पहले ही जारी किया था अलर्ट
भारत मौसम विज्ञान विभाग के हाइड्रोमेट डिवीजन (नई दिल्ली) ने सोमवार को ही उत्तराखंड के लिए भारी बारिश और बाढ़ की चेतावनी जारी की थी। अल्मोड़ा, चमोली, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी, बागेश्वर, देहरादून सहित कई जिलों में अगले 24 घंटों में अत्यधिक वर्षा और जलभराव की आशंका जताई गई थी। चमोली में आज की घटना ने उस चेतावनी की गंभीरता को सही साबित कर दिया है।
नुकसान का आंकलन जारी, प्रशासन की सतर्क निगरानी
प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, घटनास्थल पर मौसम खराब होने के कारण बचाव कार्यों में कुछ बाधाएं आ रही हैं, लेकिन टीमें लगातार प्रयास कर रही हैं। प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, कुछ पुलों और ग्रामीण सड़कों को नुकसान पहुंचा है, जिससे आवागमन बाधित हुआ है। राहत सामग्री जैसे राशन, कंबल और दवाइयां प्रशासन द्वारा प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचाई जा रही हैं।
लाइव अपडेट्स जारी
जागरण मीडिया नेटवर्क इस आपदा से जुड़ी हर छोटी-बड़ी खबर और अपडेट को रीयल टाइम में अपने पाठकों तक पहुंचा रहा है। हमारा उद्देश्य है कि आपको सबसे पहले, सही और सटीक जानकारी मिले। चमोली की यह आपदा अभी पूरी तरह नियंत्रण में नहीं आई है और अगले कुछ घंटों में स्थिति और गंभीर हो सकती है।हम अपने सभी पाठकों से अपील करते हैं कि वे सावधानी बरतें, सुरक्षित स्थान पर रहें और प्रशासनिक निर्देशों का पूरी तरह पालन करें।