
रुड़की, 11 जुलाई 2025 — उत्तराखंड में चल रही कांवड़ यात्रा के दौरान एक बड़ी आपराधिक साजिश को पुलिस ने समय रहते नाकाम कर दिया है। गंगनहर कोतवाली क्षेत्र में पुलिस ने दो ऐसे आरोपियों को गिरफ्तार किया है जो यात्रा के दौरान किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में घूम रहे थे। दोनों के पास से पिस्टल, तमंचा और कारतूस बरामद हुए हैं। साथ ही पूछताछ में आरोपियों ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं, जिनमें अवैध हथियारों की खरीद-फरोख्त और विभिन्न व्यक्तियों से उनके संबंधों की जानकारी शामिल है।गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान रिजवान निवासी बंदा रोड माहिग्रान रोड और सलमान उर्फ लाखा निवासी रामपुर, थाना गंगनहर कोतवाली के रूप में हुई है। शुक्रवार को गंगनहर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक आर.के. सकलानी अपनी टीम के साथ सालियर क्षेत्र में विवेकानंद कॉलेज की ओर जाने वाले रास्ते पर नियमित चेकिंग कर रहे थे। इसी दौरान दोनों संदिग्ध पुलिस को देखकर भागने लगे, जिससे पुलिस को शक हुआ और उन्हें तुरंत घेराबंदी कर दबोच लिया गया।जब दोनों की तलाशी ली गई, तो उनके पास से एक 32 बोर की पिस्टल, एक तमंचा और कारतूस बरामद हुए। प्राथमिक पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि वे मेरठ निवासी साजिद नामक व्यक्ति से अवैध हथियार खरीदते थे और फिर उन्हें अन्य लोगों को बेचते थे। इसके अलावा उन्होंने पुलिस को शहर और देहात के कई ऐसे लोगों के नाम भी बताए हैं, जिन्हें वह पहले ही असलाह बेच चुके हैं। इन नामों की सूची अब पुलिस के पास है और सभी की जांच की जा रही है।
कांवड़ यात्रा पर सुरक्षा में बड़ी कामयाबी
कांवड़ यात्रा के मद्देनज़र पूरे उत्तराखंड में सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी की गई है। लाखों श्रद्धालुओं की आस्था से जुड़ी इस यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की आपराधिक गतिविधि को लेकर शासन सतर्क है। ऐसे में रुड़की पुलिस की यह सफलता बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है। यदि समय रहते दोनों संदिग्धों को गिरफ्तार न किया गया होता, तो वे यात्रा में किसी बड़ी अप्रिय घटना को अंजाम दे सकते थे।प्रभारी निरीक्षक आर.के. सकलानी ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि “दोनों आरोपी लंबे समय से अवैध हथियारों के व्यापार में संलिप्त हैं और कांवड़ यात्रा के दौरान उनकी गतिविधियां बेहद संदिग्ध थीं। पूछताछ में उन्होंने कई ऐसे लोगों के नाम बताए हैं, जो असलाह ले चुके हैं या उनके संपर्क में हैं। उन सभी पर अब बारीकी से जांच की जा रही है।”
पुलिस की सतर्कता से टली वारदात
इस कार्रवाई से न केवल एक संभावित अपराध टल गया बल्कि अवैध हथियारों की एक कड़ी भी सामने आई है, जो राज्य के भीतर फैले नेटवर्क की ओर संकेत करती है। पुलिस अब मेरठ के साजिद और उससे जुड़े अन्य व्यक्तियों की तलाश कर रही है, ताकि इस अवैध तंत्र को पूरी तरह से ध्वस्त किया जा सके।पुलिस अधीक्षक हरिद्वार और खुफिया विभाग भी इस मामले की गंभीरता को देखते हुए सतर्क हो गए हैं। गंगनहर कोतवाली पुलिस अब अन्य संदिग्धों के ठिकानों पर छापेमारी की तैयारी कर रही है।
कांवड़ यात्रा के लिए सुरक्षा और कड़ी की जाएगी
इस घटना के बाद प्रशासन ने कांवड़ मार्गों पर चेकिंग और गश्त को और तेज करने के निर्देश दिए हैं। हर प्रवेश बिंदु पर संदिग्ध गतिविधियों पर विशेष नजर रखने की बात कही गई है। कांवड़ यात्रा के सफल और शांतिपूर्ण संचालन के लिए पुलिस एवं प्रशासन कोई कोताही नहीं बरतना चाहता।