
नई दिल्ली, 13 जुलाई 2025 – भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 16वें रोजगार मेले का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने देशभर के विभिन्न राज्यों से जुड़े 51,000 से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी के लिए नियुक्ति पत्र सौंपे। इस दौरान प्रधानमंत्री ने “बिना पर्ची, बिना खर्ची” जैसी टिप्पणी के ज़रिए सरकारी नौकरी प्रणाली में पारदर्शिता और निष्पक्षता को रेखांकित किया।
“रोज़गार मेला युवाओं की आकांक्षा और राष्ट्र निर्माण का पुल है”
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि रोजगार मेला न केवल युवाओं को नौकरियों से जोड़ रहा है, बल्कि यह राष्ट्र निर्माण के लिए आवश्यक मानव संसाधन तैयार करने का माध्यम भी बन रहा है। उन्होंने कहा कि अब तक लाखों युवाओं को केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों और मंत्रालयों में स्थायी नियुक्तियाँ दी जा चुकी हैं, जो आने वाले समय में देश के विकास को गति देने वाले हैं।“रोजगार मेला के माध्यम से आज जो युवा भारत सरकार का हिस्सा बन रहे हैं, वे राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में एक मजबूत भूमिका निभाएंगे। यह न सिर्फ युवाओं की आकांक्षा को पूरा कर रहा है, बल्कि सिस्टम पर भरोसा भी मजबूत कर रहा है।” – पीएम मोदी
‘बिना पर्ची, बिना खर्ची’ – एक नई व्यवस्था का प्रतीक
प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि अब समय बदल चुका है। उन्होंने दो टूक कहा,“बिना पर्ची, बिना खर्ची अब हमारी पहचान है। अब नौकरियों के लिए किसी की सिफारिश या रिश्वत की जरूरत नहीं है। हमारी सरकार ने इस पूरी व्यवस्था को पारदर्शी, डिजिटल और मेरिट आधारित बना दिया है।”उन्होंने यह भी कहा कि भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद की संस्कृति को जड़ से खत्म करने के लिए उनकी सरकार लगातार प्रयासरत है। इसके तहत भर्ती प्रक्रिया को पूरी तरह ऑनलाइन, ऑटोमैटिक और ट्रैक करने योग्य बना दिया गया है, जिससे गड़बड़ी की कोई गुंजाइश नहीं रहती।
युवाओं से की राष्ट्र सेवा की अपील
पीएम मोदी ने नियुक्ति पत्र पाने वाले सभी युवाओं से आग्रह किया कि वे इसे केवल नौकरी का साधन न मानें, बल्कि इसे जनसेवा और राष्ट्रसेवा का माध्यम समझें। उन्होंने कहा कि नया भारत युवाओं पर ही निर्भर है, और युवा शक्ति को प्रोत्साहित करना उनकी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है।“सरकारी सेवा में आने का मतलब है जनसेवा का व्रत लेना। आप जहां भी जाएं, ईमानदारी, निष्ठा और सेवा भाव से काम करें।” – पीएम मोदी
डिजिटल तकनीक ने बदली भर्ती प्रक्रिया
प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि कैसे सरकार ने डिजिटल इंडिया और टेक्नोलॉजी आधारित पारदर्शिता के जरिए नौकरियों की भर्ती प्रक्रिया को बेहतर किया है। अब आवेदन से लेकर परीक्षा, चयन और नियुक्ति तक की पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन और मेरिट आधारित हो गई है।
निष्कर्ष: नया भारत – नई सोच, नई व्यवस्था
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार द्वारा चलाया जा रहा रोजगार मेला न केवल नौजवानों को सरकारी नौकरी के अवसर दे रहा है, बल्कि देश में भ्रष्टाचार मुक्त, पारदर्शी और दक्ष प्रशासनिक तंत्र का निर्माण भी कर रहा है।‘बिना पर्ची, बिना खर्ची’ जैसी टिप्पणी अब एक नारा नहीं, बल्कि न्यू इंडिया की पहचान बनती जा रही है, जहां योग्यता ही सफलता की कुंजी है।