
उत्तराखंड की धार्मिक राजधानी हरिद्वार इन दिनों कांवड़ मेले के रंग में पूरी तरह रंगी हुई है। सावन के पवित्र महीने में आयोजित होने वाली कांवड़ यात्रा अपने चरम पर पहुंच चुकी है। गंगा घाटों से लेकर नेशनल हाईवे तक हर दिशा में केसरिया वस्त्रधारी कांवड़िये जयकारों के साथ गूंजते दिखाई दे रहे हैं। पूरी धर्मनगरी में हर-हर महादेव और बोल बम के नारों की गूंज है, जो श्रद्धा, आस्था और ऊर्जा से वातावरण को भर देती है।
इसी आध्यात्मिक माहौल के बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज हरिद्वार पहुंचकर श्रद्धालुओं का स्वागत किया। यह क्षण श्रद्धा और सेवा भाव का अद्वितीय उदाहरण बन गया जब मुख्यमंत्री ने स्वयं कांवड़ यात्रियों के चरण धोकर उन्हें सम्मानित किया। यह दृश्य न केवल धार्मिक आस्था को दर्शाता है, बल्कि सरकार की जनसेवा भावना का जीवंत प्रमाण भी है।
हरकी पैड़ी पर मौजूद हजारों श्रद्धालुओं के ऊपर हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा कराई गई, जिससे पूरा माहौल भक्तिमय और उत्साहपूर्ण हो गया। जैसे ही आसमान से फूल बरसने लगे, कांवड़ यात्री हर्ष, श्रद्धा और भावविभोरता से भर उठे। मुख्यमंत्री धामी की मौजूदगी और उनका यह सेवा भाव सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत बना।
हरकी पैड़ी पर श्रद्धालु जयकारों और भक्ति गीतों में डूबे नजर आए। चारों ओर भगवा रंग की आभा, ढोल-नगाड़ों की आवाज़ और गंगा आरती की दिव्यता इस यात्रा को और भी विशेष बना रही है। स्थानीय प्रशासन और राज्य सरकार ने यात्रियों की सुविधाओं के लिए सुरक्षा, जलपान, चिकित्सा और आवागमन के पुख्ता इंतज़ाम किए हैं।
इस आयोजन ने न केवल उत्तराखंड की धार्मिक और सांस्कृतिक परंपरा को सुदृढ़ किया है, बल्कि यह दर्शाया कि राज्य सरकार श्रद्धालुओं की सेवा में पूरी निष्ठा से जुटी हुई है।