
त्रिस्तरीय पंचायत सामान्य निर्वाचन 2025 के अंतर्गत गुरुवार को उत्तराखंड में मतदान प्रक्रिया सुबह से ही शांतिपूर्ण ढंग से जारी है। गढ़वाल मंडल के छह जिलों में भारी संख्या में मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करने पहुंचे। खास बात यह रही कि मतदान को लेकर बुजुर्गों से लेकर पहली बार वोट डालने वाले युवाओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला।
बढ़ता गया मतदान प्रतिशत, बढ़ता गया लोकतंत्र में विश्वास
मतदान के शुरुआती घंटों में अपेक्षाकृत धीमी गति रही, लेकिन जैसे-जैसे दिन चढ़ा, मतदाताओं की संख्या बढ़ती चली गई।
🔹 सुबह 10 बजे तक मतदान का प्रतिशत 11.72% रहा।
🔹 दोपहर 12 बजे तक यह आंकड़ा बढ़कर 27% तक पहुंच गया।
🔹 2 बजे तक मतदान का प्रतिशत 41.87% दर्ज किया गया।
🔹 शाम 4 बजे तक यह आंकड़ा 55% तक पहुंच गया।
राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार, प्रदेशभर में मतदान अब तक शांतिपूर्ण और व्यवस्थित रहा है। कहीं से भी किसी प्रकार की हिंसा या अव्यवस्था की सूचना नहीं मिली है।
चमोली में डीएम और एसएसपी ने किया बूथों का निरीक्षण
चमोली जिले में डीएम संदीप तिवारी और एसएसपी सर्वेश पंवार ने मतदान केंद्रों का जायजा लिया। दोनों अधिकारी ज्योतिर्मठ के पाखी पोलिंग बूथ पहुंचे, जहां उन्होंने व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया और मतदान कर्मियों से फीडबैक भी लिया। स्थानीय प्रशासन की सतर्कता से मतदान प्रक्रिया सुचारू रूप से संचालित हो रही है।
पहली बार वोट डालने वालों की मुस्कान बनी यादगार
कोटद्वार की दो युवतियाँ, खुशबू (24) और आंचल (26) ने इस बार पहली बार मतदान किया। पोलिंग बूथ से बाहर निकलते समय उनके चेहरे पर लोकतंत्र में भागीदारी की मुस्कान साफ झलक रही थी। दोनों ने कहा कि उन्हें गर्व है कि वे अब देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया में शामिल हो पाई हैं।
बुजुर्ग मतदाताओं में दिखा गज़ब का जोश
कोटद्वार के कसाना वल्ला में 87 वर्षीय चैता देवी और 76 वर्षीय केशी देवी मतदान केंद्र पर पहुंचीं और पूरे उत्साह के साथ मतदान किया। उम्र की बाधा को दरकिनार कर उन्होंने यह संदेश दिया कि लोकतंत्र में भागीदारी उम्र नहीं, इच्छा और जिम्मेदारी से जुड़ी होती है।
राजनीतिक हस्तियों की भागीदारी से बढ़ा मतदान का मनोबल
उत्तराखंड सरकार के कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने पौड़ी जिले के पोखड़ा में अपने मताधिकार का प्रयोग किया। वहीं, विधायक मुन्ना सिंह चौहान ने अपनी पत्नी और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मधु चौहान के साथ राजकीय प्राथमिक विद्यालय क्वासा में मतदान किया।
पर्वत से मैदान तक लोकतंत्र का उत्सव
मतदान को लेकर राज्य के विभिन्न हिस्सों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। पहाड़ी क्षेत्रों से लेकर मैदानी इलाकों तक मतदाता बड़ी संख्या में मतदान केंद्रों पर पहुंचे। निर्वाचन आयोग के अनुसार, सुबह 11 बजे तक प्रदेशभर में 19% मतदान दर्ज किया गया था, जो दोपहर होते-होते लगातार बढ़ता गया।
निष्कर्ष: लोकतंत्र की जीत की ओर अग्रसर उत्तराखंड
अब तक शांतिपूर्ण ढंग से चल रही मतदान प्रक्रिया और मतदाताओं की सक्रिय भागीदारी इस बात का संकेत है कि प्रदेशवासी पंचायत स्तर पर अपनी सरकार चुनने के लिए सजग और जिम्मेदार भूमिका निभा रहे हैं। चुनाव आयोग और प्रशासन की सतर्कता, मतदाताओं की जागरूकता और राजनीतिक दलों की भागीदारी ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2025 को लोकतंत्र का एक सफल उत्सव बना दिया है।