
राजस्थान की राजधानी जयपुर एक बार फिर सुरक्षा संकट के साए में आ गई है। शुक्रवार सुबह जयपुर एयरपोर्ट प्रशासन को एक धमकी भरा ई-मेल मिला, जिसमें न केवल एयरपोर्ट को विस्फोटकों से उड़ाने की बात कही गई, बल्कि मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) को भी एक-दो घंटे के भीतर निशाना बनाने की चेतावनी दी गई। इस मेल के सामने आते ही प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया और सुरक्षा एजेंसियां फौरन हरकत में आ गईं।
एयरपोर्ट पर हाई अलर्ट, सघन सर्च ऑपरेशन जारी
धमकी भरा ई-मेल मिलते ही CISF (केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल) ने जयपुर एयरपोर्ट की सुरक्षा को हाई अलर्ट पर रखते हुए चप्पे-चप्पे की तलाशी शुरू कर दी। एयरपोर्ट टर्मिनल, रनवे, एप्रन एरिया, पार्किंग और अन्य सभी संवेदनशील इलाकों में बम डिटेक्शन एंड डिस्पोजल स्क्वॉड (BDS) द्वारा बारीकी से जांच की जा रही है। हालांकि अब तक किसी संदिग्ध वस्तु या विस्फोटक की बरामदगी नहीं हुई है, लेकिन अतिरिक्त सुरक्षा उपायों के चलते यात्रियों की आवाजाही पर निगरानी कड़ी कर दी गई है।
मुख्यमंत्री कार्यालय को उड़ाने की भी धमकी
ई-मेल में यह भी दावा किया गया कि कुछ ही घंटों में मुख्यमंत्री कार्यालय को भी बम से उड़ा दिया जाएगा। इस चेतावनी के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय और सचिवालय परिसर में सुरक्षा एजेंसियों ने कड़ी चौकसी शुरू कर दी है। SDRF (राज्य आपदा मोचन बल) और BDS की टीमों को CM कार्यालय और सचिवालय में तैनात कर दिया गया है। पूरे क्षेत्र में संदिग्ध गतिविधियों पर पैनी नजर रखी जा रही है।
साइबर सेल कर रही तकनीकी जांच
धमकी भरे ई-मेल की सूचना मिलते ही पुलिस और साइबर सेल ने ई-मेल के स्रोत की जांच शुरू कर दी। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह मेल किसी आतंकी संगठन द्वारा भेजा गया है या किसी शरारती तत्व की हरकत है। साइबर विशेषज्ञ मेल सर्वर, आईपी ऐड्रेस और अन्य तकनीकी पहलुओं का विश्लेषण कर रहे हैं ताकि मेल भेजने वाले की सटीक पहचान की जा सके।
राजस्थान में बढ़ रहे फर्जी बम धमकी के मामले
गौरतलब है कि 2025 में अब तक पूरे राजस्थान में बम धमकियों की यह 16वीं घटना है। अकेले मई महीने में जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम को चार बार उड़ाने की धमकियां मिल चुकी हैं। इसके अतिरिक्त मेट्रो स्टेशन, स्कूल, अस्पताल, होटल और अदालतों को भी निशाना बनाया जा चुका है। हाल ही में माहेश्वरी गर्ल्स स्कूल को बम से उड़ाने की धमकी मिलने के बाद 3500 छात्रों को सुरक्षित निकाला गया था।
30 मई को मानसरोवर मेट्रो स्टेशन और दो कोर्ट परिसरों (मेट्रो कोर्ट व फैमिली कोर्ट) में झूठी बम धमकियों से अफरा-तफरी मच गई थी। वहीं 8, 12 और 13 मई को SMS स्टेडियम को उड़ाने की धमकियां भी दी गई थीं। खास बात यह है कि इन अधिकतर मामलों में धमकी मेल में एक रेप पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग भी शामिल रही है।
सचिवालय में भी बढ़ाई गई सुरक्षा
ई-मेल में CMO को उड़ाने की बात सामने आने के बाद सचिवालय परिसर की सुरक्षा को भी अभूतपूर्व स्तर पर ले जाया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सचिवालय पहुंच चुके हैं और यहां की निगरानी और चेकिंग को और सख्त कर दिया गया है। आम जन और अधिकारियों को विशेष पहचान पत्र के बिना प्रवेश नहीं दिया जा रहा।
प्रशासन की अपील: अफवाहों से बचें, सहयोग करें
जयपुर एयरपोर्ट प्रशासन और राजस्थान पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी अफवाह या अफरा-तफरी से बचें, जांच एजेंसियों का पूरा सहयोग करें और शांति बनाए रखें। प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि इस तरह की धमकियों को नजरअंदाज नहीं किया जाएगा और हर संभावना को ध्यान में रखकर कार्रवाई की जा रही है।