
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने आज देहरादून में आयोजित एक विशेष प्रेसवार्ता में चुनाव परिणामों पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए जनता का आभार जताया और भाजपा पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि राज्य की जनता ने इस बार पूरी समझदारी के साथ मतदान किया है और कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत देकर अपनी इच्छाओं को प्रकट किया है। माहरा ने कहा, “यह जीत केवल कांग्रेस की नहीं बल्कि प्रदेश की आम जनता की है, जिन्होंने भाजपा की विफलताओं और तानाशाही रवैये के खिलाफ मतदान किया।”
करन माहरा ने कहा कि कांग्रेस को जो समर्थन मिला है, वह उसके सिद्धांतों, कार्यकर्ताओं की मेहनत और वरिष्ठ नेताओं के मार्गदर्शन का परिणाम है। उन्होंने विशेष रूप से उन मतदाताओं को धन्यवाद दिया जिन्होंने लोकतंत्र की रक्षा के लिए मतदान किया। उन्होंने कहा, “जनता ने भाजपा की कुनीतियों और निर्वाचन आयोग की कुरीतियों के विरोध में मतदान किया है। यह सिर्फ एक चुनाव नहीं, बल्कि एक जनआंदोलन था।”
उन्होंने स्पष्ट आरोप लगाया कि भाजपा ने इस चुनाव को प्रभावित करने के लिए हर हथकंडा अपनाया – धनबल, बाहुबल और प्रशासनिक दबाव। “चुनाव के दौरान भाजपा ने लोकतांत्रिक मूल्यों की खुलेआम धज्जियां उड़ाईं। यदि ऐसे ही तरीके अपनाकर भाजपा ब्लॉक प्रमुख और जिला पंचायत अध्यक्ष जैसे पदों पर काबिज होती है, तो यह लोकतंत्र की सीधी हत्या होगी,” करन माहरा ने कहा।
प्रेसवार्ता में उन्होंने यह भी उजागर किया कि भाजपा के कई वरिष्ठ नेता अपने ही बूथों से चुनाव हार गए, जो इस बात का प्रमाण है कि जनता अब भाजपा की सच्चाई पहचान चुकी है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “हार के बावजूद भाजपा मिष्ठान वितरण कर रही है। शायद उन्हें यह समझ नहीं आ रहा कि जनता ने अब उन्हें नकार दिया है।”
माहरा ने यह भी दोहराया कि भाजपा की नीतियों से राज्य की जनता पूरी तरह त्रस्त हो चुकी है – महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और प्रशासनिक अराजकता ने आम जनजीवन को प्रभावित किया है। लेकिन अब वक्त बदल रहा है और लोग कांग्रेस की तरफ आशा भरी नजरों से देख रहे हैं। उन्होंने अपने आत्मविश्वास से कहा, “2027 में निश्चित रूप से कांग्रेस की सरकार उत्तराखंड में बनेगी। अब डरने की जरूरत किसी को नहीं है – कांग्रेस जनता के साथ खड़ी है।”
यह प्रेसवार्ता न केवल कांग्रेस के उत्साह को दर्शाती है, बल्कि यह भी संकेत देती है कि आगामी वर्षों में उत्तराखंड की राजनीति में बड़ा बदलाव आने वाला है। करन माहरा का स्पष्ट और आक्रामक तेवर भाजपा के लिए चिंता का विषय बन सकता है।