
देहरादून। उत्तराखंड में मानसून का प्रभाव अब और अधिक तेज़ होता जा रहा है। शनिवार को भी पर्वतीय जिलों में भारी बारिश के आसार जताए गए हैं। मौसम विज्ञान केंद्र, देहरादून ने राज्य के कई हिस्सों में यलो अलर्ट जारी करते हुए प्रशासन और जनता से सतर्क रहने की अपील की है। राज्य के दस जिलों में बाढ़ का खतरा भी बताया गया है।
🌧️ कहां-कहां रहेगा भारी बारिश का असर?
शनिवार को मौसम विभाग ने जिन जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई है, उनमें शामिल हैं:
- देहरादून
- पौड़ी गढ़वाल
- टिहरी गढ़वाल
- रुद्रप्रयाग
- नैनीताल
- बागेश्वर
इन जिलों के कुछ इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है, जिसके कारण भूस्खलन, सड़कों के बाधित होने, और निचले इलाकों में जलभराव जैसी घटनाएं हो सकती हैं। इसके अलावा अन्य जिलों में तेज गर्जना और एक-दो दौर की तीव्र वर्षा की संभावना भी जताई गई है।
⚠️ बाढ़ का खतरा बढ़ा, 24 घंटे के लिए चेतावनी जारी
मौसम विभाग ने 24 घंटे की बाढ़ चेतावनी जारी करते हुए बताया कि लगातार हो रही वर्षा के कारण नदियों और नालों का जलस्तर बढ़ सकता है। इससे निम्न क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो सकता है। जिन जिलों को विशेष रूप से अलर्ट पर रखा गया है, वे हैं:
- अल्मोड़ा
- बागेश्वर
- चमोली
- चंपावत
- देहरादून
- नैनीताल
- पौड़ी गढ़वाल
- पिथौरागढ़
- टिहरी गढ़वाल
- उत्तरकाशी
इन सभी क्षेत्रों में प्रशासन को संभावित आपदा से निपटने के लिए अलर्ट मोड में रखा गया है। आपदा प्रबंधन विभाग, राजस्व विभाग और स्थानीय निकायों को सक्रिय किया गया है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित सहायता पहुंचाई जा सके।
📅 सात अगस्त तक बारिश का दौर रहेगा जारी
मौसम विभाग ने यह भी बताया है कि आने वाले दिनों में बारिश से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। 7 अगस्त तक पूरे प्रदेश में लगातार तेज बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है। पर्वतीय क्षेत्रों में इसके प्रभाव के चलते भूस्खलन, सड़कें बंद होने और यात्रा में अवरोध की स्थिति बन सकती है।
🚨 प्रशासन और नागरिकों के लिए निर्देश
राज्य सरकार और जिला प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे नदी किनारों, जलधाराओं और संवेदनशील क्षेत्रों में जाने से बचें। पहाड़ी मार्गों पर यात्रा करते समय विशेष सावधानी बरतें और मौसम की स्थिति पर लगातार निगरानी रखें। आवश्यक न हो तो यात्रा से परहेज करें।