
उत्तरकाशी। उत्तराखंड के ऊंचाई वाले इलाकों में एक बार फिर मौसम ने करवट ली है। गुरुवार को हर्षिल और गंगोत्री क्षेत्र की ऊंची चोटियों पर सीजन की ताज़ा बर्फबारी देखने को मिली। हर्षिल क्षेत्र के प्रसिद्ध अवाना बुग्याल सहित गंगोत्री और लंका के आसपास की चोटियां बर्फ से सफेद चादर में ढक गईं, जिससे नजारा बेहद मनमोहक हो गया। स्थानीय लोगों और पर्यटकों ने इस अप्रत्याशित बर्फबारी का आनंद लिया और ठंडी हवाओं के बीच मौसम का लुत्फ उठाया।विशेषज्ञों का कहना है कि ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी होने से नदियों और नालों का जलस्तर कुछ हद तक नियंत्रित रहता है, जिससे निचले इलाकों में अचानक बाढ़ की आशंका कम हो जाती है। यह राहत की खबर है, खासकर तब जब पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश के कारण राज्य के कई हिस्सों में जलस्तर बढ़ने और भूस्खलन की घटनाएं सामने आ रही थीं।हालांकि, निचले क्षेत्रों में बारिश का दौर जारी है। गुरुवार को भी उत्तरकाशी, हर्षिल और आसपास के इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश हुई, जबकि राज्य के मैदानी और पहाड़ी इलाकों में ठंडक का अहसास बढ़ गया।
दून समेत पांच जिलों में बारिश का येलो अलर्ट
मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून ने शुक्रवार के लिए देहरादून, पौड़ी, नैनीताल, बागेश्वर और चम्पावत जिलों में भारी बारिश की संभावना जताते हुए येलो अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा राज्य के अन्य हिस्सों में भी गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना है।मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, 16 अगस्त को देहरादून, बागेश्वर और नैनीताल के कुछ इलाकों में भारी से भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट लागू रहेगा, जिसका मतलब है कि इस दिन विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता होगी। वहीं, 18 अगस्त तक पूरे राज्य में तेज दौर की बारिश जारी रह सकती है।बारिश और बर्फबारी के इस संयुक्त असर से जहां पहाड़ी इलाकों में प्राकृतिक सौंदर्य और भी निखर गया है, वहीं प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। यात्रियों और स्थानीय निवासियों को नदी-नालों के पास न जाने और मौसम के पूर्वानुमान पर नज़र रखने की अपील की गई है, ताकि किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति से बचा जा सके।उत्तराखंड के ऊंचे पहाड़ फिलहाल बर्फ की सफेदी और निचले क्षेत्र बारिश की नमी से सराबोर हैं—एक तरफ सर्दी का अहसास, तो दूसरी ओर मानसूनी तेवर। यह मौसम भले ही मनमोहक लगे, लेकिन सतर्कता बरतना फिलहाल बेहद जरूरी है।