राजा रघुवंशी हत्याकांड में बड़ा खुलासा: पुलिस करेगी आरोपपत्र दायर, अगस्त के अंत तक

मेघालय पुलिस ने शुक्रवार को राजा रघुवंशी हत्याकांड में बड़ा अपडेट दिया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि 23 मई को इंदौर के व्यापारी राजा रघुवंशी की सोहरा में हुई हत्या के मुख्य आरोपी सोनम रघुवंशी, राज कुशवाहा और अन्य पांच लोगों के खिलाफ अगस्त के अंत तक आरोपपत्र दाखिल किया जाएगा। यह समय सीमा जून में हुई गिरफ्तारी से तीन महीने पहले की तय की गई समय सीमा से काफी पहले है। सभी पांच मुख्य आरोपी फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं।

अतिरिक्त लोक अभियोजक तुषार चंद्रा ने कहा कि जांच लगभग पूरी हो चुकी है और इसी महीने आरोपपत्र दाखिल कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि आरोपियों को 27 या 28 अगस्त को फिर से अदालत में पेश किया जाएगा। मुख्य आरोपियों सोनम रघुवंशी और राज कुशवाहा के अलावा, पुलिस ने तीन कथित गुर्गों—आनंद सिंह कुर्मी, आकाश राजपूत और विशाल सिंह चौहान—को भी गिरफ्तार किया है।

वहीं, इस मामले में तीन अन्य सह-आरोपी—संपत्ति मालिक एल. तोमर, संपत्ति डीलर सिलोम जेम्स और सुरक्षा गार्ड बलबीर अहिरवार—को जमानत मिल गई है। राजा रघुवंशी की हत्या से व्यापक आक्रोश फैला था और पुलिस ने इसे हाल के दिनों में हुई सबसे जघन्य हत्याओं में से एक बताया।

पूरा मामला

मामला कुछ इस प्रकार है कि इंदौर के व्यापारी राजा रघुवंशी की शादी 11 मई 2024 को सोनम रघुवंशी से हुई थी। शादी के बाद दोनों हनीमून मनाने के लिए मेघालय गए। लेकिन 23 मई को राजा लापता हो गए। दो जून को मेघालय के सोहरा (चेरापूंजी) क्षेत्र की एक गहरी खाई से उनका क्षत-विक्षत शव मिला।

जांच में सामने आया कि सोनम रघुवंशी और उसके कथित प्रेमी राज कुशवाहा ने मिलकर राजा की हत्या की साजिश रची थी। इसके लिए उन्होंने तीन सुपारी किलर—आकाश राजपूत, विशाल सिंह चौहान और आनंद कुर्मी—को भी शामिल किया। हत्या के बाद सोनम और राज कुशवाहा इंदौर लौट आए और एल. तोमर के फ्लैट में रुके। इसी दौरान फ्लैट मालिक लोकेन्द्र और सुरक्षा गार्ड बलबीर की भूमिका भी सामने आई।

सोनम पर संदेह

जांच में यह भी सामने आया कि 23 मई को सोनम ने अपनी सास से बातचीत की थी। दोपहर के बाद उनके और राज कुशवाहा के फोन अचानक बंद हो गए, जिससे कई सवाल खड़े हुए। पुलिस को जानकारी मिली कि सोनम शादी से पहले और बाद में लगातार राज कुशवाहा से घंटों बात करती रही थी। राज कुशवाहा, सोनम के भाई की फर्म में अकाउंटेंट है। फोन कॉल डिटेल्स ने पुलिस को इस बात का संकेत दिया कि सोनम की हत्या नहीं हुई, बल्कि वह योजना की मुख्य सूत्रधार थी।

हत्या के बाद राजा रघुवंशी के शव के पास हथियार भी मिला। पुलिस ने जांच के दौरान पाया कि यदि सोनम को मारना होता तो उसी हथियार का इस्तेमाल किया जाता। इसके अलावा, सोनम ने गुवाहटी के लिए प्लेन के टिकट खुद ही बुक कराए थे, लेकिन वापसी के टिकट नहीं कराए। यह तथ्य भी हत्या की योजना में उसकी अहम भूमिका की पुष्टि करता है।

आगे की प्रक्रिया

पुलिस ने कहा कि आरोपपत्र अगस्त के अंत तक दाखिल किया जाएगा, और सभी मुख्य आरोपी अदालत में पेश किए जाएंगे। मामले की सुनवाई और आरोपपत्र की दायरगी से जुड़े घटनाक्रम पर अब पूरा देश नजर बनाए हुए है।

राजा रघुवंशी हत्याकांड की जटिलता, हत्या की योजना और सोनम की भूमिका ने इस केस को हाल के वर्षों का सबसे सनसनीखेज और विवादास्पद मामला बना दिया है।

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