उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है। मौसम विभाग ने आज देहरादून, नैनीताल, चंपावत और ऊधम सिंह नगर सहित कई जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं, प्रशासन ने चमोली, चंपावत, नैनीताल समेत पांच जिलों में आज स्कूलों की छुट्टी घोषित कर दी है।

कई दौर की बारिश की संभावना
मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी रोहित थपलियाल के अनुसार, इन जिलों में आज पूरे दिन कई दौर की बारिश देखने को मिल सकती है। लगातार हो रही वर्षा से तापमान सामान्य से नीचे आ गया है, जिससे मौसम सुहावना जरूर हो गया है, लेकिन जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। विभाग ने आने वाले दिनों में भी बारिश के जारी रहने की संभावना जताई है।
यलो अलर्ट भी जारी
प्रदेश के शेष जिलों में यलो अलर्ट लागू किया गया है। इन जिलों में भी मध्यम से भारी बारिश की संभावना जताई गई है। प्रशासन ने सभी संबंधित विभागों को अलर्ट पर रहने और आवश्यक सावधानियां बरतने के निर्देश दिए हैं।
486 सड़कें बंद, आवागमन ठप
भारी बारिश के कारण राज्यभर में 486 सड़कें बंद हो गई हैं। इन मार्गों में –
- लोक निर्माण विभाग (PWD) के अंतर्गत 8 राष्ट्रीय राजमार्ग,
- 35 राज्य मार्ग,
- 21 मुख्य जिला मार्ग,
- 8 अन्य जिला मार्ग,
- और 127 ग्रामीण सड़कें शामिल हैं।
बारिश से आए मलबे और भूस्खलन के चलते ये सड़कें पूरी तरह अवरुद्ध हो गई हैं, जिससे आमजन और पर्यटकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
जिलेवार स्थिति
- पौड़ी: 67 सड़कें बंद
- टिहरी: 34 सड़कें बाधित
- चमोली: 59 सड़कें ठप
- रुद्रप्रयाग: 51 सड़कें बंद
- उत्तरकाशी: 63 सड़कें बंद
- देहरादून: 35 सड़कें बाधित
- हरिद्वार: 9 सड़कें प्रभावित
- पिथौरागढ़: 48 सड़कें बंद
- चंपावत: 12 सड़कें ठप
- अल्मोड़ा: 63 सड़कें बाधित
- बागेश्वर: 15 सड़कें ठप
- नैनीताल: 28 सड़कें बंद
- ऊधमसिंह नगर: 2 सड़कें प्रभावित
प्रशासन अलर्ट पर
प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। नदियों और नालों के किनारे रहने वाले लोगों को विशेष सतर्कता बरतने को कहा गया है। साथ ही, यात्रियों और तीर्थयात्रियों से अपील की गई है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और केवल प्रशासन द्वारा जारी सुरक्षित मार्गों का ही प्रयोग करें।
लगातार हो रही बारिश ने जहां एक ओर तापमान को कम कर दिया है, वहीं दूसरी ओर यात्रा, शिक्षा और आवागमन पर गहरा संकट खड़ा कर दिया है। राज्य सरकार ने सभी जिलाधिकारियों को स्थिति पर लगातार नजर रखने और राहत-बचाव कार्यों के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए हैं।