
कानपुर का सनसनीखेज हत्याकांड: भांजे के प्यार में अंधी मामी ने पति की हत्या कर खेत में गाड़ दी लाश, हड्डियों को गलाने के लिए डाला नमक, पुलिस जांच में हुआ खुलासा
कानपुर के सचेंडी इलाके से रिश्तों को शर्मसार करने वाला और रोंगटे खड़े कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक महिला ने अपने भांजे के साथ अवैध संबंधों के लिए पति की हत्या कर दी और उसकी लाश को घर के पीछे खेत में गाड़ दिया। पुलिस की जांच में सामने आया कि हत्या के बाद शव को जल्दी गलाने के लिए नमक तक डाला गया था। इतना ही नहीं, जब कुत्तों ने अस्थियां बाहर निकाल दीं तो उन्हें बोरे में भरकर पनकी नहर में फेंक दिया गया। दस महीने पुराने इस हत्याकांड का खुलासा तब हुआ जब मृतक की मां ने बहू और भांजे पर शक जताकर थाने में शिकायत दर्ज कराई।
हत्या की पूरी साजिश और खौफनाक सच
पुलिस के मुताबिक मृतक शिवबीर (45) सचेंडी के लालूपुर गांव का निवासी था। उसकी पत्नी लक्ष्मी (40) और भांजे अमित (25) के बीच लंबे समय से अवैध संबंध थे। 30 अक्तूबर 2024 को जब मृतक की मां सावित्री देवी अपने गृह जनपद बांदा चली गईं, तो लक्ष्मी और अमित ने शिवबीर को रास्ते से हटाने की साजिश रच डाली। 2 नवंबर 2024 को लक्ष्मी ने पति को चाय में नशे की गोली मिलाकर पिला दी। जैसे ही शिवबीर बेहोश हुआ, लक्ष्मी और अमित ने उस पर रॉड से वार किया और उसकी हत्या कर दी। इसके बाद शव को घर के पीछे खेत में दफना दिया गया और उसे गलाने के लिए नमक भी डाल दिया गया।
शव को ठिकाने लगाने की करतूत
हत्या के बाद घर में शिवबीर की गैरमौजूदगी पर जब सास सावित्री देवी ने बहू लक्ष्मी से सवाल किया तो उसने हर बार अलग-अलग जवाब दिए। कभी कहा कि वह नौकरी के लिए गुजरात गया है, तो कभी अन्य बहाने बनाए। इस दौरान गांव में लक्ष्मी और अमित के संबंधों की चर्चा भी फैल गई। धीरे-धीरे लोगों के संदेह गहराते गए। उधर, कुछ समय बाद जब कुत्तों ने खेत से हड्डियां बाहर निकालीं, तो लक्ष्मी और अमित ने उन हड्डियों को बोरे में भरकर पनकी नहर में फेंक दिया।
बच्चों के सामने हुआ कत्ल
पुलिस पूछताछ में यह भी सामने आया कि हत्या के दौरान लक्ष्मी और शिवबीर के दो छोटे बच्चे जाग गए थे। 13 साल की बेटी और आठ साल के बेटे ने शोर सुना, लेकिन लक्ष्मी ने उन्हें किसी तरह समझा-बुझाकर शांत कर दिया। उस वक्त 18 वर्षीय बड़ा बेटा घर पर नहीं था। गौर करने वाली बात यह है कि भांजा अमित शारीरिक रूप से दिव्यांग है और उसका एक हाथ ठीक से काम नहीं करता, इसके बावजूद दोनों ने मिलकर हत्या को अंजाम दिया।
पुलिस जांच और कबूलनामा
6 मई 2025 को जब शिवबीर के लापता होने की शिकायत उसकी मां सावित्री देवी ने थाने में दर्ज कराई, तो पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। पहले तो लक्ष्मी और अमित पुलिस को गुमराह करते रहे, लेकिन जब जांच में दोनों की कॉल डिटेल सामने आई और रात-रात भर हुई बातचीत के सबूत मिले, तो सच्चाई छिप न सकी। पूछताछ में दोनों ने आखिरकार गुनाह कबूल कर लिया।
सचेंडी इंस्पेक्टर दिनेश सिंह बिष्ट के अनुसार पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल किए गए साबड़ और फावड़ा घर से बरामद कर लिया है। लक्ष्मी और अमित ने कबूला है कि शिवबीर के सिर पर तीन वार किए गए थे। पुलिस ने दोनों को लेकर उस खेत तक पहुंचकर साक्ष्य जुटाए, जहां शव को गाड़ा गया था। फॉरेंसिक टीम ने भी मौके से साक्ष्य एकत्र किए और शिवबीर की उंगलियों की हड्डियों के अवशेष बरामद हुए।
गिरफ्तारी और आगे की कार्रवाई
एडीसीपी पश्चिम कपिल देव सिंह ने बताया कि अब तक की जांच में साफ हो गया है कि पति की हत्या के पीछे लक्ष्मी और भांजे अमित का अवैध संबंध था। दोनों को हिरासत में लेकर कड़ी पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
यह मामला न सिर्फ कानपुर बल्कि पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बन गया है। रिश्तों की आड़ में रचे गए इस खौफनाक हत्याकांड ने समाज को झकझोर कर रख दिया है और यह दिखा दिया है कि जब रिश्तों की मर्यादाएं टूटती हैं, तो इंसान किस हद तक गिर सकता है।