
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले के पास पिछले महीने हुए भयानक बम धमाके के सिलसिले में एक और महत्वपूर्ण आरोपी को गिरफ्तार किया है। इस धमाके में 11 लोगों की जान चली गई थी और कई अन्य गंभीर रूप से घायल हुए थे।
गिरफ्तार किए गए नौवें आरोपी की पहचान यासिर अहमद डार के रूप में हुई है, जो श्रीनगर (जम्मू-कश्मीर) के शोपियां जिले का निवासी है। आरोपी को मामला संख्या आरसी-21/2025/एनआईए/डीएलआई के तहत शहरी अतिक्रमण अधिनियम, 1967 और बीएनएस एक्ट, 2023 की संबंधित धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया। एनआईए की जांच में सामने आया कि यासिर ने 10 नवंबर को राजधानी में हुए कार बम धमाके की साजिश में सक्रिय भूमिका निभाई थी। उसने आतंकवाद के प्रति निष्ठा की शपथ ली थी और आत्मबलिदान के लिए प्रतिबद्ध होने का वचन दिया था।
जांच में यह भी खुलासा हुआ कि यासिर अन्य आरोपियों, जिनमें उमर उन नबी (बम धमाके में मारे गए अपराधी) और मुफ्ती इरफान शामिल हैं, के साथ घनिष्ठ संपर्क में था।
एनआईए विभिन्न केंद्रीय और राज्य एजेंसियों के सहयोग से आतंकवादी साजिश के पूरे नेटवर्क का पता लगाने के लिए लगातार सक्रिय है। इस महीने की शुरुआत में, एजेंसी ने जम्मू-कश्मीर और उत्तर प्रदेश में कई आरोपियों और संदिग्धों के ठिकानों पर व्यापक छापेमारी की, जिसमें डिजिटल उपकरण और अन्य संदिग्ध सामग्री जब्त की गई। इससे पहले, हरियाणा के फरीदाबाद में अल फलाह विश्वविद्यालय परिसर और अन्य स्थानों पर मुख्य आरोपियों डॉ. मुज़म्मिल शकील गनी और डॉ. शाहीन सईद के ठिकानों पर भी इसी तरह की तलाशी अभियान चलाया गया था।