
MP में बारिश का सिस्टम फिर से एक्टिव हो गया है। राजधानी भोपाल, नर्मदापुरम, विदिशा, छिंदवाड़ा और रायसेन समेत प्रदेश के कई हिस्से में तेज बारिश हो रही है। भोपाल में सुबह पौने 6 बजे से कभी तेज तो कभी रिमझिम बारिश हो रही है। भोपाल में अब तक 31 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है। यह सामान्य से 4 इंच ज्यादा है। नर्मदापुरम जिले में शनिवार रात से बारिश जारी है। शहर में भी रात 1 से बजे झमाझम बारिश जारी है। तवा का जलस्तर बढ़ने पर 3 गेट रात 11 बजे से खोले दिए गए।
नर्मदापुरम में तवा के कैचमेंट एरिया पचमढ़ी और बैतूल में बारिश के चलते तवा डैम के गेट खोलने पड़े। शनिवार रात 11 बजे से डैम के 3 गेट 3 फीट तक खोले गए हैं। इसके साथ ही बरगी डैम के 11 गेट आधा मीटर तक खुले हैं, जिससे 15736 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक वेदप्रकाश सिंह ने बताया, अगले 24 घंटों के दौरान भोपाल, ग्वालियर, चंबल और सागर संभाग के जिलों में अति भारी बारिश होगी। अन्य जिलों में भारी बारिश होने के आसार हैं। यहां ढाई से 8 इंच तक पानी गिर सकता है। 22-23 अगस्त तक सिस्टम एक्टिव रह सकता है।
ग्वालियर-इंदौर में शनिवार से गिर रहा पानी
ग्वालियर-इंदौर और भोपाल में शनिवार से ही पानी गिर रहा है। इसके अलावा गुना, रायसेन, छतरपुर, नर्मदापुरम, सागर, दमोह, खंडवा, जबलपुर, रतलाम, धार, उज्जैन, रीवा, सीधी, नरसिंहपुर, उमरिया, छिंदवाड़ा, सिवनी और सतना में भी बारिश हुई। सबसे ज्यादा बारिश नरसिंहपुर और गुना में हुई। यहां करीब दो इंच बारिश दर्ज की गई।
नदियों में क्षमता से ज्यादा पानी
मध्यप्रदेश में छोटी-बड़ी सभी नदियों में क्षमता से ज्यादा पानी आ चुका है। डैम ओवरफ्लो होने लगे हैं। नर्मदा से लेकर चंबल, बेतवा, ताप्ती, शिप्रा, कालीसिंध, शिवना नदी तक उफान पर हैं। भोपाल से गुजरी कलियासोत नदी के उफान पर आने के बाद दामखेड़ा और मर्दाना टोला में 70 परिवारों को शिफ्ट करने की नौबत आ गई थी। यहां के कलियासोत, केरवा और भदभदा ओवरफ्लो हो गए।