
सीएम भगवंत मान ने बुधवार को राजिंदरा अस्पताल के विभिन्न वार्डों का औचक निरीक्षण किया और अस्पताल में सुविधाओं के बारे में डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ से चर्चा की। उन्होंने बताया कि राजिंदरा अस्पताल मालवा के लिए लाइफलाइन है और मुझे यहां भर्ती मरीजों की कई शिकायतें आ रही थी जिसके चलते मैंने अचानक दौरा करने का फैसला लिया।
अगर पहले से बता देते तो सब ठीक हो जाता। सीएम से मिलते ही मरीज इमोशनल हो गए और एक-एक कर समस्या बताने लगे। मरीजों ने बेड देरी से मिलना, दवाएं बाहर से लिखने की शिकायत की। एक मरीज ने बताया कि 4 घंटे हो गए ऑक्सीजन लगे कोई नहीं देख रहा।
इस पर सीएम ने कहा कि डॉक्टर का प्रोटोकॉल होता है कि रिपोर्ट के बाद इलाज करे। उन्होंने कहा कि पंजाब का हेल्थ मॉडल ठीक करना है जो कमियां हैं उसे दूर करेंगे। हम कमियां निकालने नहीं आए, हम पूछने आए हैं।
राजिंदरा अस्पताल से मेरा निजी लगाव है। मेरे गले का ऑपरेशन यहीं हुआ था, अभी भी वह कमरा याद है। हम नहीं चाहते कि राजिंदरा अस्पताल रेफरल अस्पताल बने।