
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और एनसीआर के शहरों में वायु प्रदूषण का कहर जारी है। आसमान में धुंध की परत अभी भी छाई हुई है। आज यानी शनिवार सुबह दिल्ली में औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 337 दर्ज किया गया है, जो हवा की गुणवत्ता की ‘बहुत खराब’ श्रेणी है। वहीं, नोएडा (उत्तर प्रदेश) में भी एक्यूआई ‘बहुत खराब’ श्रेणी में 353 रिकॉर्ड किया गया है।
दिल्ली-NCR में अभी जारी रहेंगे ग्रेप के तीसरे चरण के प्रतिबंध
उल्लेखनीय है कि वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग की सब कमेटी की शुक्रवार शाम को बैठक हुई। इसमें दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण की मौजूदा स्थिति की समीक्षा की गई। प्रदूषण का स्तर बढ़ने और हवा की गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में पहुंचने के कारण आयोग ने फिलहाल ग्रेडेड रेस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) के तीसरे चरण के प्रतिबंधों में किसी तरह की राहत नहीं दी है।
कुछ दिनों बाद आयोग दोबारा प्रदूषण की स्थिति की समीक्षा करेगा। प्रदूषण का स्तर कम होने पर ही ग्रेप के तीसरे चरण के प्रतिबंधों से थोड़ी राहत मिलेगी। आयोग का कहना है कि दो दिनों से इंडेक्स बढ़ रहा है। इसलिए प्रतिबंध नहीं हटाए जा सकते।
पराली के धुएं ने फिर बेहद खराब की हवा
पंजाब में पराली जलाने की घटनाएं बढ़ने की वजह से दिल्ली-एनसीआर में दूसरे दिन भी प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी हुई। इस वजह से दिल्ली-एनसीआर की हवा एक बार फिर बेहद खराब हुई है। बता दें कि दिल्ली में दो दिन बाद शुक्रवार को एयर इंडेक्स 300 के पार बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गया।