
पंजाब में होने जा रहे जी-20 के विभिन्न आयोजनों और 8 से 10 मार्च के बीच होला मोहल्ला को देखते हुए केंद्र ने पंजाब में केंद्रीय सुरक्षा बलों की 18 कंपनियां तैनात करने का फैसला किया है। सीआरपीएफ-आरएएफ की 18 कंपनियां पंजाब के लिए रवाना कर दी गई हैं।
करीब 1900 केंद्रीय सुरक्षाकर्मी 6 मार्च से 16 मार्च तक पंजाब में तैनात रहेंगे। इसके बाद परिस्थितियों के मुताबिक इन कंपनियों पर फैसला लिया जाएगा।
वहीं, मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने वीरवार को नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से दिल्ली में मुलाकात कर सुरक्षा हालात पर चर्चा की। सीएम ने कहा, सरहद पार से ड्रोन के जरिए हथियारों और ड्रग्स की तस्करी बढ़ रही है। अमृतपाल सिंह और अन्य गर्म ख्यालियों की गतिविधियों पर भी चर्चा की गई।
सीएम ने 23 फरवरी को अजनाला थाने पर गर्म ख्यालियों के हमले और बाद की स्थिति को लेकर भी केंद्रीय गृहमंत्री को जानकारी दी। मीटिंग के बाद सीएम ने ट्वीट किया, ‘कानून-व्यवस्था के मामले में केंद्र और पंजाब सरकार मिलकर काम करेंगे।’
सीएम भगवंत मान व केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की मुलाकात के बाद केंद्र ने जी-20 सम्मेलन के आयोजन और होला मोहल्ला के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई है। सीएम ने कहा कि सरहद पार से ड्रोन के जरिए हथियार और ड्रग्स तस्करी की चुनौती लगातार बढ़ रही है।
ऐसे में पंजाब को केंद्रीय मदद की जरूरत है। मान ने केंद्र द्वारा रोके गए 3200 करोड़ रुपए के रूरल डेवलपमेंट फंड का भी मुद्दा उठाकर इसे जल्द से जल्द जारी करने की अपील की। 40 मिनट की मीटिंग के दौरान सीएम ने पंजाब पुलिस द्वारा गैंगस्टरों के खिलाफ की गई कार्रवाई की भी जानकारी दी।
उन्होंने कहा, गैंगस्टरों के साथ कोई नरमी नहीं बरती जा रही। उन्होंने पंजाब काडर के अधिकारी को चंडीगढ़ में एसएसपी नियुक्त करने की भी अपील की, जो लंबे समय से लटका हुआ है।
बॉर्डर एरिया में पुलिस की दूसरी लाइन ऑफ डिफेंस तैयार
बॉर्डर पार से आ रही नशे और हथियारों की खेप रोकने के लिए वीरवार को चंडीगढ़ में नाॅर्थ रीजन के पुलिस प्रमुखों की बैठक हुई। पंजाब के एडीजीपी अर्पित शुक्ला ने बताया कि पंजाब के वे जिले जो पाक बार्डर से लगते हैं, उनके अधिकारियों की लगातार बीएसएफ से मीटिंग होती है।
पंजाब पुलिस दूसरी लाइन ऑफ डिफेंस नियुक्त कर चुकी है। इसमंे 500 जवान तैनात हैं ताकि नशे व हथियारों को बॉर्डर जिलों से बाहर निकलने से पहले ही पकड़ा जा सके। चंडीगढ़ के डीजीपी प्रवीर रंजन ने बताया कि देखा गया है कि ड्रग मनी का इस्तेमाल आंतक फैलाने व हथियार खरीदने में हो रहा है।
पंजाब में नशे के नाश के लिए ‘ऑपरेशन मुखबिर’
पंजाब पुलिस अब राज्य में ड्रग के कारोबार पर अंदर से वार करने की तैयारी है। इसके लिए पंजाब पुलिस एक सीक्रेट मिशन राज्य भर में चलाएगी। इसके तहत पहले चरण में करीब 5 हजार मुखबिरों का नेटवर्क तैयार किया जाएगा, जो पंजाब के गांव-शहरों में ड्रग्स से जुड़ी हर जानकारी देंगे।
इसके लिए करोड़ों का फंड भी रखा गया है। इस संबंध में पंजाब पुलिस के कुछ खास तेज तर्रार अधिकारियों की एक टीम भी तैयार की जाएगी जो जानकारी मिलने पर तेजी से एक्शन लेगी। इस प्लान को आला अफसरोें ने हरी झंडी दे दी है।