
उत्तर-पश्चिमी जिले की साइबर थाना पुलिस ने विदेश में नौकरी दिलाने के बहाने भोलेभाले लोगों को ठगने वाले चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों के पास से 377 भारतीय पासपोर्ट छह मोबाइल बरामद किए गए हैं।
आरोपित दो वर्ष में 500 से ज्यादा लोगों को ठग चुके थे। आरोपित दो वर्ष के लिए वर्क वीजा पर खाड़ी देश भेजने के नाम पर 60 से 80 हजार रुपये लेते थे। उत्तर-पश्चिमी जिला पुलिस उपायुक्त जितेंद्र मीना ने बताया कि उन्हें शिकायतकर्ता रंजीत कुमार ने बताया था कि उन्होंने फेसबुक पर एक विज्ञापन देखा था। जिसमें तुर्किये, दुबई जैसे खाड़ी देशों में नौकरी दिलाने के दावे किए जा रहे थे।
विज्ञापन में बताए गए पते नेताजी सुभाष प्लेस स्थित अल्फा एंटरप्राइजेज नामक कार्यालय में वह दोस्तों के साथ गए। यहां उन्होंने तुर्किये भेजने की प्रक्रिया व खर्च के बारे में पूछताछ की। आरोपितों ने पांच लोगों को ढाई लाख रुपये में दो वर्ष के वर्क वीजा पर तुर्किये भेजने का वादा किया। पांचों ने अपने पासपोर्ट व ढाई लाख रुपये दफ्तर में दे दिए।
चार महीने बाद जब शिकायतकर्ता ने कार्यालय में फोन किया तो कोई फोन नहीं उठा रहा था। कार्यालय भी बंद मिला। इसके बाद साइबर थाना पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू की। साइबर थाने के एसएचओ विजेंद्र सिंह के नेतृत्व में टीम बनाई गई। टीम ने तकनीकी निगरानी के आधार पर मंगोलपुरी से रोहित को गिरफ्तार कर लिया।
उसके पास से मोबाइल व 36 पासपोर्ट बरामद किए गए। आरोपित ही गैंग का सरगना है।पूछताछ के दौरान आरोपित ने बताया कि उसने अपने साथियों के साथ मिलकर उन लोगों को ठगा है जो विदेश में नौकरी करना चाहते थे। शुरुआत में उन्होंने नेताजी सुभाष प्लेस में अपना दफ्तर खोला व 200 से ज्यादा लोगों को ठगने के बाद उसे बंद कर दिया।
इसके बाद आकाश इंटरनेशनल के नाम से उत्तम नगर में दफ्तर खोला। उसकी निशानदेही पर तीन और आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया। उनके पास से 341 पासपोर्ट व पांच मोबाइल और बरामद किए। जांच के दौरान पता लगा कि बीरेंद्र सिंह, राजमन कुशवाहा व रविंद्र सिंह आठवीं से दसवीं पास हैं और इन्हें खाड़ी देशों में कार्य करने का दो से पांच वर्ष तक का अनुभव है।